”घरेलू विमानन कंपनियों के अंतरराष्ट्रीय संचालन नियमों में सुधार करे सरकार”
नयी दिल्ली : उद्योग मंडल एसोचैम ने सरकार से घरेलू विमानन कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर संचालन की अनुमति देने संबंधी नियमों में सुधार करने पर जोर दिया है. उद्योग मंडल ने नये वायु मार्गों पर एयर इंडिया को मिले ‘पहले इनकार के अधिकार’ पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है ताकि निजी क्षेत्र की […]
नयी दिल्ली : उद्योग मंडल एसोचैम ने सरकार से घरेलू विमानन कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर संचालन की अनुमति देने संबंधी नियमों में सुधार करने पर जोर दिया है. उद्योग मंडल ने नये वायु मार्गों पर एयर इंडिया को मिले ‘पहले इनकार के अधिकार’ पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है ताकि निजी क्षेत्र की विमानन कंपनियां को अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के विस्तार का अवसर मिल सके. यस बैंक के साथ संयुक्त रूप से तैयार पत्र में एसोचैम ने कहा, ‘नये मार्गो’ पर एयर इंडिया के पहले इनकार के अधिकार पर फिर से पुनर्विचार किया जाना चाहिए. ताकि निजी विमानन कंपनियों को अपने अंतरराष्ट्रीय मार्गों के विस्तार के लिये निष्पक्ष रूप से अवसर मिल सके.’
उद्योग संगठन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर घरेलू एयरलाइंस कंपनियों को अवसर मिलने से उन्हें दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानक से लैस होने में मदद मिलेगी. इसमें कहा गया है कि ईंधन के मूल्यों में तीव्र गिरावट आने से भारतीय विमानन क्षेत्र तेजी से आगे बढ सकता है और यदि एयर इंडिया को मिले पहले इनकार के अधिकार और 5-20 जैसे प्रतिबंधात्मक नियमों को हटा दिया जाये यह सतत् वृद्धि के मार्ग पर आगे बढ सकता है.
मौजूदा नियमों में 5-20 के नाम से जाने जाने वाले नियम के मुताबिक कोई भी घरेलू एयरलाइंस अंतरराष्ट्रीय मार्ग पर तभी उडान भर सकता है जब उसके पास 20 विमानों का बेडा हो और घरेलू मार्गों पर उडान करते हुये उसने पांच साल पूरे कर लिये हों.
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