हेलीकाप्टरों के लिए समझौते पर भारत और अमेरिका ने किये हस्ताक्षर

नयी दिल्ली : भारत ने 22 अपाचे लडाकू हेलीकाप्टर व 15 चिनूक ‘हेवी लिफ्ट’ हेलीकाप्टर खरीदने के लिए अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग तथा अमेरिकी सरकार के साथ एक समझौते पर आज हस्ताक्षर किये. यह सौदा लगभग तीन अरब डालर का है. इस सौदे के तहत भारत को पहला हेलीकाप्टर अगले तीन से चार साल में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 29, 2015 8:37 AM

नयी दिल्ली : भारत ने 22 अपाचे लडाकू हेलीकाप्टर व 15 चिनूक ‘हेवी लिफ्ट’ हेलीकाप्टर खरीदने के लिए अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग तथा अमेरिकी सरकार के साथ एक समझौते पर आज हस्ताक्षर किये. यह सौदा लगभग तीन अरब डालर का है. इस सौदे के तहत भारत को पहला हेलीकाप्टर अगले तीन से चार साल में मिलेगा. रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीतांशु कार ने कहा, ’22 अपाचे व 15 चिनूक हेलीकाप्टर खरीदने के लिए अनुबंध पर आज यहां हस्ताक्षर किये गये.’

इस अनुबंध के तहत 11 और अपाचे व सात अतिरिक्त चिनूक हेलीकाप्टर का आर्डर दिया जा सकता है. चिनूक हेलीकाप्टर सौदा सीधा अमेरिकी कंपनी के साथ है जबकि अपाचे का सौदा मिश्रित किस्म का है. अपाचे सौदे के तहत हेलीकाप्टर के लिए बोइंग जबकि उसके हथियार, राडार व इलेक्ट्रानिक युद्धक प्रणालियों के लिए अमेरिकी सरकार से समझौता किया गया है. सूत्रों ने बताया कि इस अनुबंध की कुल लागत लगभग तीन अरब डालर होगी.

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने पिछले सप्ताह कहा था कि इस अनुबंध में 30 प्रतिशत आफसेट का उपबंध है जिससे भारतीय रक्षा उद्योग के लिए एक अरब डालर मूल्य का कारोबार आएगा. आफसेट उपबंध के तहत रक्षा सौदा हासिल करने वाली विदेशी कंपनी को सौदे का एक हिस्सा भारत में निवेश करना होता है. रक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने 22 सितंबर को इस समझौते को मंजूरी दी थी.

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