बैंक नीतिगत दर में कटौती का लाभ ग्राहकों तक पहुंचायें : जेटली

नयी दिल्ली: वित्त मंत्री अरण जेटली ने आज रिजर्व बैंक द्वारा मुख्य नीतिगत दर में 0.5 प्रतिशत कटौती का स्वागत किया और बैंकों से कहा कि वे इसका फायदा ग्राहकों को दें ताकि निवेश और अर्थव्यवस्था को बढावा दिया जा सके. उन्होंने कहा कि नीतिगत दर में कटौती से कर्ज सस्ता होगा और आर्थिक स्थिति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 29, 2015 4:08 PM
नयी दिल्ली: वित्त मंत्री अरण जेटली ने आज रिजर्व बैंक द्वारा मुख्य नीतिगत दर में 0.5 प्रतिशत कटौती का स्वागत किया और बैंकों से कहा कि वे इसका फायदा ग्राहकों को दें ताकि निवेश और अर्थव्यवस्था को बढावा दिया जा सके.
उन्होंने कहा कि नीतिगत दर में कटौती से कर्ज सस्ता होगा और आर्थिक स्थिति में सुधार लाने में मदद मिलेगी.जेटली ने संवाददाताओं से कहा ‘‘आरबीआई के फैसले से अर्थव्यवस्था को उल्लेखनीय नीतिगत मदद मिलेगी। हम अब इन कटौतियों का फायदा ग्राहकों को मिलने की उम्मीद कर रहे हैं जिससे भरोसा और निवेश बढाने में प्रभावी मदद मिलेगी। इससे अर्थव्यवस्था की मध्यम अवधि में संभावित वृद्धि हासिल करने में मदद मिलेगी।’ आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में मौद्रिक नीति की चौथी द्वैमासिक समीक्षा में आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहन देते हुये नीतिगत दर में 0.5 प्रतिशत कटौती की है. इससे इस कैलेंडर वर्ष में जनवरी से अब तक नीतिगत दर में कुल 1.25 प्रतिशत कटौती हो गई है.
मूल्य स्थिति के बारे में जेटली ने कहा ‘‘मुद्रास्फीति के मोर्चे पर अब लगातार सतर्क रहने की जरुरत होगी। आरबीआई के फैसले से वस्तुत: यह जाहिर होता है कि मुद्रास्फीति का दबाव उल्लेखनीय रुप से कम हुआ है और अब यह संतोषजनक दायरे में है.’ उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति कम होने से जो फायदा हुआ है सरकार उस स्थिति को मजबूती देते हुये राजकोषीय घाटे के लक्ष्य हासिल करने के लिये प्रतिबद्ध है.
आरबीबाई द्वारा पोर्टफोलियो निवेश के मानदंडों में ढील देने के बारे में जेटली ने कहा कि केंद्रीय बैंक भारतीय कंपनियों को अंतिम उपयोग की कोई शर्त रखे बिना रपये में अंकित बॉंड विदेश में जारी कर वाह्य वाणिज्यिक रिण :ईसीबी: जुटाने की मंजूरी देगा। इससे उन्हें संसाधन का अतिरिक्त स्रोत मिलेगा.

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