बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर अगस्त में घटकर 2.6 प्रतिशत पर
नयी दिल्ली: इस्पात उत्पादन में गिरावट से अगस्त में आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर 2.6 प्रतिशत रह गयी. पिछले साल इसी महीने में यह वृद्धि दर 5.9 प्रतिशत थी. कुल औद्योगिक उत्पादन में बुनियादी उद्योगों का योगदान 38 प्रतिशत है. हालांकि, अगस्त माह में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर पिछले महीने जुलाइै से […]
नयी दिल्ली: इस्पात उत्पादन में गिरावट से अगस्त में आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर 2.6 प्रतिशत रह गयी. पिछले साल इसी महीने में यह वृद्धि दर 5.9 प्रतिशत थी. कुल औद्योगिक उत्पादन में बुनियादी उद्योगों का योगदान 38 प्रतिशत है. हालांकि, अगस्त माह में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर पिछले महीने जुलाइै से बेहतर रही है. जुलाई में बुनियादी उद्योगों का उत्पादन सिर्फ 1.1 प्रतिशत बढा था.
उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय द्वारा आज जारी आंकडों के अनुसार अगस्त में इस्पात उत्पादन में 5.9 प्रतिशत की गिरावट आयी. अगस्त, 2014 में इस्पात उत्पादन 9.4 प्रतिशत बढा था. वहीं कोयला, सीमेंट और बिजली उत्पादन की वृद्धि दर अगस्त में घटकर क्रमश: 0.4 प्रतिशत, 5.4 प्रतिशत और 5.6 प्रतिशत रही. अगस्त, 2014 में यह क्रमश: 13.2 प्रतिशत, 10 प्रतिशत और 12.9 प्रतिशत रही थी. हालांकि, माह के दौरान कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों और उर्वरकों के उत्पादन में उल्लेखनीय बढोतरी दर्ज की गई. इस साल मार्च और अप्रैल में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन क्रमश: 0.1 प्रतिशत और 0.4 प्रतिशत घटा था। हालांकि, मई और जून में इन उद्योगों की वृद्धि दर क्रमश: 4.4 प्रतिशत और 3 प्रतिशत रही थी.
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से अगस्त अवधि में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 2.2 प्रतिशत रही है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के पहले पांच माह में 5.6 प्रतिशत रही थी. पूरे 2014-15 में आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 3.5 प्रतिशत रही थी, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 4.2 प्रतिशत थी.
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