बेंगलुरु : देश की दूसरी सबसे बडी साफ्टवेयर सेवा कंपनी इन्फोसिस का समेकित मुनाफा 30 सितंबर 2015 को समाप्त दूसरी तिमाही के दौरान 9.8 प्रतिशत बढकर 3,398 करोड हो गया. बेंगलुर मुख्यालय वाली कंपनी को पिछले साल की इसी अवधि में 3,096 करोड रुपये का मुनाफा हुआ था. इन्फोसिस ने बंबई शेयर बाजार को बताया कि दूसरी तिमाही में कंपनी की आय 17.2 प्रतिशत बढकर 15,635 करोड रुपये हो गयी जो पिछले साल की इसी अवधि में 13,342 करोड रुपये थी. इन्फोसिस को चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से जून की तिमाही के दौरान 3,030 करोड रुपये का मुनाफा और 14,354 करोड रुपये की आय हुई थी.
कंपनी ने यह भी घोषणा की कि उसके कार्यकारी उपाध्यक्ष और मुख्य वित्त अधिकारी राजीव बंसल ने इस्तीफा दे दिया है. आज का कारोबार खत्म होने के बाद एम डी रंगनाथ उनकी जगह लेंगे. रंगनाथ, इन्फोसिस के साथ पिछले 15 साल से जुडे हैं और वह इस दौरान कई पदों पर रहे हैं. वित्त वर्ष 2015-16 के लिए कंपनी ने अनुमान जताया है कि उसकी आय रुपये के लिहाज से 13.1 प्रतिशत से 15.1 प्रतिशत बढेगी. कंपनी ने कहा कि डालर के लिहाज से 6.4 प्रतिशत से 8.4 प्रतिशत बढेगी.
इन्फोसिस के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक विशाल सिक्का ने कहा ‘हम सेवा कंपनी के लिए बरसों में कभी-कभी मिलने वाले मौके के दौर से गुजर रहे हैं कि कंपनियां प्रौद्योगिकी के साथ अपनी क्षमता बढा सकें. मैं इस प्रगति से उत्साहित हूं. किसी एक तिमाही का नतीजा, लंबी यात्रा की सिर्फ एक झलक होता है. हमें लगता है कि गंभीरतापूर्वक कार्यान्यवन और रणनीति के कारण हमारे ग्राहकों, शेयरधारकों तथा इन्फोसिस के कर्मचारियों के लिए उत्साहजनक नतीजा दिखने लगा है.’
इन्फोसिस के मुख्य परिचालन अधिकारी प्रवीण राव ने कहा कि कंपनी ने दूसरी तिमाही के दौरान चौतरफा वृद्धि दर्ज की है जो सेवा विविधिकरण संबंधी पहलों, ग्राहकों की खोज में सुधार और बडे सौदे हासिल करने पर ध्यान देने से प्रेरित रही है. उन्होंने कहा ‘आय उत्पादकता में बढोतरी महत्वपूर्ण रही, आकार में वृद्धि जोरदार रही और कर्मचारियों द्वारा कंपनी छोडकर जाने की स्थित बेहतर होने से ग्राहकों की स्थिति और उनका उपयोग सुधरा.’
डालर के लिहाज से कंपनी का मुनाफा 2015-16 की जुलाई से सितंबर की तिमाही में 0.2 प्रतिशत बढकर 99.5 करोड डालर रहा जबकि आय 7.2 प्रतिशत बढकर 4.6 अरब डालर रही. बंसल ने कहा ‘मुद्रा में उतार-चढाव के असर का मुकाबला हमने सक्रिय हेजिंग कार्यक्रम के जरिए किया.’ जुलाई-सितंबर की तिमाही के दौरान इन्फोसिस और इसकी अनुषंगियों ने 82 ग्राहक जोडे. कंपनी ने जून से सितंबर 2015 की तिमाही के दौरान 8,453 कर्मचारी रखे. इस तरह 30 सितंबर 2015 तक कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या बढकर 1,87,976 हो गई.
समीक्षाधीन अवधि में कर्मचारियों के कंपनी छोडकर जाने की दर 19.9 प्रतिशत रही जो जून की तिमाही में 19.2 प्रतिशत और साल भर पहले 24.8 प्रतिशत थी. कंपनी ने 10 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतरिम लाभांश की घोषणा की. नकदी और नकदी समान परिसपत्तियों, बिक्री के लिए उपलब्ध वित्तीय परिसंपत्तियां और सरकारी बांड समेत नकदी संपत्तियां, 20 सितंबर 2015 तक 32,099 करोड रुपये रहीं.
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