मेलबर्न : भारत की प्रमुख खनन कंपनी अडाणी की विश्व की सबसे बडी खनन परियोजना तैयार करने की योजना को आज नया जीवन मिला. आस्ट्रेलिया सरकार ने 16.5 अरब डालर की इस विवादग्रस्त परियोजना को फिर से मंजूरी दी हालांकि पर्यावरण संबंधी चिंता के बीच इस पर बेहद सख्त शर्तें लगायी गयी हैं. आस्ट्रेलिया की अदालत द्वारा इस परियोजना की पर्यावरण मंजूरी वापस लिए जाने के दो महीने बाद पर्यावरण मंत्री ग्रेग हंट ने दस्तावेज पर हस्ताक्षर किये जिससे अडाणी को कुछ शर्तों के साथ फिर से मंजूरी मिली जिनमें सामुदायिक मुद्दों को ध्यान में रखा गया है और इसके तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कंपनी उच्चतम पर्यावरण मानदंड पूरे कर पाए.
अगस्त में आस्ट्रेलिया की संघीय अदालत ने दो संवेदनशील प्रजातियों – यक्का छिपकली और सजावटी सांप पर घपले के कारण मूल मंजूरी वापस लेने का आदेश दिया था. हंट ने कहा कि अडाणी परियोजना को राष्ट्रीय पर्यावरण कानून के मुताबिक मंजूरी दी गयी. अडाणी और पर्यावरण समूहों द्वारा दी गयी अतिरिक्त सूचना के आधार पर परियोजना के लिए स्वीकृति दी गई. उन्होंने कहा कि परियोजना के लिए 36 शर्तों के साथ मंजूरी दी गई है जो आस्ट्रेलिया के इतिहास में सबसे सख्त शर्तें हैं. एबीसी ने हंट के हवाले से कहा ‘ये शर्तें स्थानीय समुदाय द्वारा उठाये गये मुद्दों को ध्यान में रखकर और यह सुनिश्चित करने के लिए लगायी गयी हैं कि कंपनी पर्यावरण के उच्चतम मानदंडों का अनुपालन करे.’
उन्होंने कहा ‘कठित शर्तो से उन प्रजातियों की सुरक्षा में मदद मिलेगी जो खतरे में हैं और भरपाई पैकेज के जरिए पर्यावरण के लिए दीर्घकालिक फायदा प्रदान किया जा सके.’ हंट ने कहा कि खनन शुरू होने से पहले वह स्वयं पहलों को मंजूरी देंगे. इस बीच अडाणी आस्ट्रेलिया ने ताजा घोषणा का स्वागत किया और कहा कि संघ सरकार द्वारा फिर से मंजूरी देने से यह स्पष्ट हुआ है कि चिंताओं का समाधान किया गया है जो सख्त शर्तों से स्पष्ट होता है.
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