रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास और गेल के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक बीसी त्रिपाठी की उपस्थिति में आज राज्य सरकार और गेल के बीच गैस सहयोग करार पर हस्ताक्षर किये गये. इस समझौते के तहत जगदीशपुर-हल्दिया गैस पाइप लाइन के झारखंड से होकर गुजरने वाले हिस्से का निर्माण अगले पांच साल में पूरा कर लिया जायेगा. इससे राज्य के कई बडे उद्योगों की उर्जा और यूरिया की जरुरतें पूरी की जा सकेंगी साथ ही छह जिलों में पाइप के जरिये गैस आपूर्ति की जा सकेगी.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बताया कि गेल की जगदीशपुर-हल्दिया पाइप लाइन झारखंड के छह जिलों से होकर गुजरेगी जिनमें राजधानी रांची के अलावा बोकारो, गिरिडीह, हजारीबाग, सिंहभूम और धनबाद भी शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि इस गैस पाइप लाइन के निर्माण के बाद राज्य में घरेलू गैस की आपूर्ति पाइप लाइन से प्रारंभ हो जायेगा जिससे एलपीजी को लेकर ग्राहकों को लेने वाली कठिनाई का अंत हो जायेगा. गेल झारखंड में कुल 340 किलोमीटर पाइप लाइन बिछायेगी.
गेल ने बताया कि उसकी पाइप लाइन से भारतीय इस्पात निगम के बोकारो स्थित इस्पात कारखाने की ऊर्जा जरुरतें और फिर से चालू किये जाने वाले सिंदरी उर्वरक कारखाने की यूरिया की आवश्यकता की पूर्ति की जा सकेगी. इसके अलावा राज्य के विभिन्न शहरों को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति भी की जा सकेगी.
गेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ज्योति कुमार ने बताया कि गेल पूर्वी भारत के 2000 किलोमीटर लंबे ऊर्जा राजमार्ग का निर्माण कर रहा है जिसके तहत उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड एवं पश्चिम बंगाल में गैस पाइप लाइनें बिछायी जा रही हैं. उन्होंने बताया कि झारखंड में हाल में सात कोल बेड मिथेन (सीबीएम) ब्लाकों से मिथेन गैस निकालने के जो समझौते किये गये हैं उन ब्लाकों को भी गेल के पाइप लाइन से जोडने में मदद मिलेगी.
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