पांच नाजुक इकॉनोमी में भारत भी

वाशिंगटन : अमेरिका के एक वरिष्ठ अर्थशास्त्री ने भारत को पांच नाजुक अर्थव्यवस्थाओं में से एक करार देते हुए आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इसके भविष्य को लेकर अनिश्चित दृष्टिकोण सामने रखा है. अंतरराष्ट्रीय वित्त संस्थान (आइआइएफ) में मुख्य अर्थशास्त्री चार्ल्‍स कोलिंस ने कहा कि भारत के बारे में फिलहाल बड़ा सवाल यही है कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2013 8:00 AM

वाशिंगटन : अमेरिका के एक वरिष्ठ अर्थशास्त्री ने भारत को पांच नाजुक अर्थव्यवस्थाओं में से एक करार देते हुए आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इसके भविष्य को लेकर अनिश्चित दृष्टिकोण सामने रखा है.

अंतरराष्ट्रीय वित्त संस्थान (आइआइएफ) में मुख्य अर्थशास्त्री चार्ल्‍स कोलिंस ने कहा कि भारत के बारे में फिलहाल बड़ा सवाल यही है कि अगले साल के चुनाव में क्या होता है और नयी सरकार में कौन आयेगा. यह बेहद जटिल प्रश्न है. उन्होंने जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय के इलियट स्कूल ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स में कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. दक्षिणपंथ की ओर रुख रखनेवाली भाजपा काफी आक्रामक सुधारों को लेकर निश्चित तौर पर जोर देगी.

कोलिंस ने कहा कि दूसरी तरफ वह पार्टी कम सकारात्मक सामाजिक नीतियों के साथ जुड़ी हुई है और यह अभी स्पष्ट नहीं है कि उन्हें उस स्थिति में भी सत्ता मिलेगी जब उनके पास सबसे ज्यादा सीटें होंगी. कोलिंस के मुताबिक, एक और संभावना है कि भारत में क्षेत्रीय दलों की गंठबंधन वाली सरकार बन सकती है जो सुधार प्रक्रिया के लिए बहुत नकारात्मक रहेगी.

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