मुंबई: मुंबई में पिछले दस दिनों से जमाखोरों के खिलाफ जारी छापेमारी अभियान के तहत राशन के नियंत्रक और नागरिक आपूर्ति निदेशक ने अब तक 440 करोड़ रुपये मूल्य की 61,250 मीट्रिक टन दाल और दलहन जब्त की है. आज यहां पर जारी एक अधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया, ‘‘19 अक्तूबर से मुंबई और ठाणे में 27 गोदामों में छापेमारी की गयी है.’ राज्य सरकर ने आगामी त्यौहार के मौसम को देखते हुए इन आवश्यक वस्तुओं दाल, खाद्य तेल और तिलहन पर नियंत्रण रखने के लिए गत 19 अक्तूबर को एक आदेश जारी कर उनके भंडारण पर रोक लगा दी थी.
27 गोदामों पर छापेमारी के साथ ही आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत 18 गोदाम मालिकों पर कार्रवाई की गयी है. विपक्षी कांग्रेस और राकांपा ने तुर दाल की बढती कीमतों को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है. तुर दाल की कीमत मुंबई में प्रति किलोग्राम 200 रुपये से उपर हो गयी थी.
राज्यों में जमा 98 हजार टन दाल अगले सप्ताह बाजार में आयेगी
दाल की कीमतें आने वाले दिनों में और नीचे आ सकतीं हैं. राज्य सरकारें जब्त की गई करीब 98,000 टन दालों को अगले सप्ताह से बाजार में जारी करना शुरु कर देंगी.बेंगलूरु, मैसूर, मंगलूर, पुड्डुचेरी, कटक, जयपुर, अहमदाबाद और कानपुर जैसे मेट्रो शहरों तथा अन्य शहरों में तुअर दाल की खुदरा कीमतों में गिरावट आई है.
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकडों के अनुसार मेट्रो शहरों के खुदरा बाजारों में तुअर दाल आज 173 से 188 रुपये के बीच बिक रही थी जबकि उडद दाल 140..160 रपये के बीच बिक रही थी. यह कीमत पिछले सप्ताह के 200 से 210 रुपये किलो के मुकाबले काफी कम है.इस बीच मूल्य स्थिति की दैनिक निगरानी समीक्षा आज भी जारी रही जहां मंत्रिमंडलीय सचिव पी के सिन्हा ने उभरते परिदृश्य का जायजा लिया.
एक सरकारी बयान में कहा गया है, सस्ती दरों पर दलहन उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न राज्यों ने जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई जारी जारी रखी. 28 अक्तूबर को करीब 15,000 टन दलहन जब्त की गई। इसके बाद जब्त दलहनों की कुल मात्रा करीब 98,000 टन हो गयी है.
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