नयी दिल्ली : अक्टूबर के अंत में तेल कंपनियों की होने वाली समीक्षा में पेट्रोल और डीजल की कीमते घट सकती हैं. पेटोल की कीमतें एक रुपये तक घटने की उममीद जतायी जा रही है. वहीं डीजल की कीमतें भी इसी अनुपाम में घटने की संभावना है. 15 अक्टूबर को तेल कंपनियों ने समीक्षा के बाद पेटा्रेल की कीमतें तो यथावत रखे थे, लेकिन डीजल की कीमतों में 95 पैसे की बढोतरी की थी. ऐसा क्रूड की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ने के कारण हुआ था. जानकारों की मानें तो इस बार की समीक्षा में कीमतों में 1 रुपये प्रति लीटर की कटौती की जा सकती है. ऐसा केवल क्रूड की कीमतों में गिरावट के कारण नहीं हो रहा है, बल्कि डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूत होती स्थिति की वजह से हो रहा है.
विशेषज्ञों का कहना है कि खुदरा बाजार में कीमतों का फैसला केवल अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड की कीमतों में कटौती के कारण नहीं होता है. किसी भी देश में मूल्य का निर्धारण वहां की मुद्रा और डॉलर के फर्क को ध्यान में रखकर भी किया जाता है. इसका मतलब कंपनियों की लागत के आधार पर मूल्यों का निर्धारण किया जाता है. इस माह डॉलर के मुकाबले रुपया 65.50 के आसपास रहा है. इससे भी कंपनियों की लागत घटने की उम्मीद है. कीमतों पर सरकार का नियंत्रण समाप्त होने के बाद कंपनियां हर पाक्षिक समीक्षा के दौरान मूल्यों को निर्धारण करती हैं. अब यह कंपनियों पर निर्भर करता है कि वह मुनाफा का फायदा आम ग्राहकों को देती है कि आने वाले दिनों में क्रूड की कीमतें बढ़ने की संभावना की वजय से मार्जिन रखती है.
आयातकों के बीच डालर की मांग बढने से आज शुरुआती कारोबार में डालर के मुकाबले रुपया 27 पैसे नीचे 65.20 प्रति डालर पर खुला. फारेक्स डीलरों ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व का संकेत आने के बाद अन्य विदेशी मुद्राओं की तुलना में डालर में मजबूती के रुख से रुपया की धारणा कमजोर हुई. फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया है कि वह दिसंबर में ब्याज दरें बढा सकता है. स्थानीय शेयर बाजारों के गिरावट के साथ खुलने का भी रुपया की धारणा पर नकारात्मक असर पडा. कल रुपया 4 पैसे सुधरकर 64.93 प्रति डालर पर बंद हुआ था. इस बीच, बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 93.42 अंक नीचे 26,946.34 अंक पर खुला.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.