फॉक्सवैगन को सरकार जारी करेगी नोटिस
मुंबई : फॉक्सवैगन कंपनी समूह को सरकार आज कारण बताओ नोटिस जारी करेगी. भारी उद्योग मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव अंबुज शर्मा ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि परीक्षण एजेंसी एआरएआई को फॉक्सवैगन के सडक पर चलने वाले तीन मॉडल के वाहनों के उत्सर्जन स्तर में प्रयोगशाला माप के मुकाबले उल्लेखनीय अंतर पाया गया है. […]
मुंबई : फॉक्सवैगन कंपनी समूह को सरकार आज कारण बताओ नोटिस जारी करेगी. भारी उद्योग मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव अंबुज शर्मा ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि परीक्षण एजेंसी एआरएआई को फॉक्सवैगन के सडक पर चलने वाले तीन मॉडल के वाहनों के उत्सर्जन स्तर में प्रयोगशाला माप के मुकाबले उल्लेखनीय अंतर पाया गया है. उत्सर्जन का यह फर्क डीजल वाहनों के मॉडल – जेट्टा, ऑडी ए4 और वेंटों में पाया गया है. गौरतलब है कि पिछले माह जर्मनी की प्रमुख वाहन कंपनी फाक्सवैगन ने आज कहा कि दुनिया भर में उसकी 1.1 करोड डीजल कारों में ऐसे उपकरण लगे थे जो कि प्रदूषण परीक्षणों को चकमा दे सकते हैं.
फ्रांस से लेकर दक्षिण कोरिया और अमेरिका तक के अधिकारियों ने जांच की घोषणा की है और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है. फाक्सवैगन ने कहा है कि वह तीसरी तिमाही में 7.3 अरब डालर का प्रावधान कर रही है ताकि घोटाले के कारण आने वाली किसी लागत की भरपाई की जा सके. फाक्सवैगन ने एक बयान में कहा था कि आगे विभागीय जांच में पता चला है कि सम्बद्ध साफ्टेवयर अन्य डीजल वाहनों में भी लगाया गया था.
इसके अनुसार, वैश्विक स्तर पर एक इंजिन विशेष वाली 1.1 करोड कारों में विसंगति पायी गयी है.अपने वाहनों में प्रदूषण जांच को चकमा देने वाले उपकरणों के घोटाले में फंसी जर्मनी की प्रमुख वाहन कंपनी फाक्सवैगन ने स्वीकार कर लिया है कि दुनिया भर में उसकी 1.1 करोड डीजल कारों में ऐसे उपकरण लगे थे. इसके साथ ही कंपनी ने अपने मुनाफे के परिदृश्य को लेकर चेतावनी जारी की है. पिछले महीने कंपनी ने अपनी कारों के एक मॉडल पोलो की बिक्री पर रोक लगा दी है. कंपनी ने हालांकि कहा था कि इस मामले का घोटाले से कोई लेना देना नहीं है. कंपनी तकनीकी कारणों से इन कारों की बिक्री पर रोक लगा रही है.
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