अप्रत्यक्ष कर संग्रह में हुई मजबूत वृद्धि : सुब्रमण्यम

नयी दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष के पहले सात माह (अप्रैल-अक्तूबर) में अप्रत्यक्ष कर संग्रह में बढोतरी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की मजबूत वृद्धि दर को दर्शाता है. मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने ट्वीट किया, ‘‘अप्रैल-अक्तूबर में अप्रत्यक्ष कर संग्रह में वृद्धि 35.9 प्रतिशत रही. इसमें से 11.6 प्रतिशत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2015 3:27 PM

नयी दिल्ली: वित्त मंत्रालय ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष के पहले सात माह (अप्रैल-अक्तूबर) में अप्रत्यक्ष कर संग्रह में बढोतरी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की मजबूत वृद्धि दर को दर्शाता है. मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने ट्वीट किया, ‘‘अप्रैल-अक्तूबर में अप्रत्यक्ष कर संग्रह में वृद्धि 35.9 प्रतिशत रही. इसमें से 11.6 प्रतिशत वृद्धि नए उपायों की वजह से दर्ज हुई.

यह जीडीपी की मजबूत वृद्धि दर को दर्शाता है.’ वित्त वर्ष के पहले सात माह में अप्रत्यक्ष कर संग्रहण लगभग 36 प्रतिशत बढकर 3.83 लाख करोड रपये रहा है. आर्थिक गतिविधियों में तेजी से अप्रत्यक्ष कर संग्रह बढा है. यह संग्रहण अतिरिक्त उपायों मसलन डीजल और पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क वृद्धि, स्वच्छ उर्जा उपकर में वृद्धि, मोटर वाहनों, पूंजीगत सामान तथा टिकाउ उपभोक्ता सामान पर छूट की वापसी तथा सेवा कर की दर को 12.36 प्रतिशत से बढाकर 14 फीसद किए जाने से हासिल हुई.

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