हांगकांग : रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है किभारत व चीन के आर्थिक हितएकदूसरेसे जुड़े हैं.अगरचीन में मंदी आती है, तो उसका असर भारत पर भी पड़ेगा. उन्होंने कहा है सार्वजनिक व निजी निवेश में कमी से देश की आर्थिक तरक्की बाधित हो रही है. हालांकि उन्होंने उम्मीद जतायी है कि विदेशी निवेश बढ़ने से इस समस्या का एक हद तक समाधान हो जायेगा.
गवर्नर रघुराम राजन का यह बयान भारत सरकार के उस बयान से बिल्कुल अलग है, जिसमें कहा गया था कि चीन की मंदी का असर भारत पर नहीं पड़ेगा.
राजन ने हांगकांग की साउथ चाइन मार्निंग पोस्ट को दिये अपने साक्षात्कार में कहा है कि चीन की मंदी पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है. उन्होंने कहा है कि भारत में निवेश जरूरत से कम हो रहा है. इसकी कारण भारतीय अर्थव्यवस्था उस रफ्तार से बढ़ नहीं पाती है, जितनी उसकी क्षमता है.
गवर्नर राजन ने हांगकांग में एक कार्यक्रम में भी शुक्रवार को कहा है कि आर्थिक विकास के मोर्चे पर सबसे बड़ी चिंता निवेश को लेकर है. निजी क्षेत्र में निवेश कम हुआ है और सरकारी निवशे में भी लगभग यही स्थिति है. हालांकि उन्होंने उम्मीद जतायी कि मजबूत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में कुछ बेहतररी की बदौलत निजी निवेश को बढ़ावा मिल सकता है.
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