मैन्यूफैक्चरिंग में 9.3 प्रतिशत की वृद्धि, मेक इन इंडिया ने पकड़ी रफ्तार
नयी दिल्ली : विनिर्माण उत्पादन दूसरी तिमाही में 9.3 प्रतिशत बढा जबकि वित्तीय सेवाओं में 9.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. बिजली व गैस उत्पादन 6.7 प्रतिशत बढा जबकि निर्माण क्षेत्र की वृद्धि 2.6 प्रतिशत रही.दूसरी तिमाही के आंकडों से उत्साहित वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में सकल […]
नयी दिल्ली : विनिर्माण उत्पादन दूसरी तिमाही में 9.3 प्रतिशत बढा जबकि वित्तीय सेवाओं में 9.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. बिजली व गैस उत्पादन 6.7 प्रतिशत बढा जबकि निर्माण क्षेत्र की वृद्धि 2.6 प्रतिशत रही.दूसरी तिमाही के आंकडों से उत्साहित वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि पिछले साल की 7.3 प्रतिशत की वृद्धि दर से बेहतर रहेगी तथा आने वाले वर्षों में इसमें और सुधार होगा.
जेटली ने कहा है कि प्रतिकूल वैश्विक हालात के बावजूद सितंबर तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र ने 9.3 प्रतिशत की ‘महत्वपूर्ण’ वृद्धि दर्ज की। उन्होंने कहा ‘मेरे विचार में दूसरी तिमाही के आंकडों से हममें संतुष्टि का भाव आएगा… हमें इस साल वृद्धि दर पिछले साल की वृद्धि दर से बेहतर रहने की अपेक्षा है. अगले साल यह और भी बेहतर होगी.
केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) के आज जारी आंकडों के अनुसार सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) में भी दूसरी तिमाही के दौरान 7.4 प्रतिशत वृद्धि रही जबकि पहली तिमाही में इसमें 7.1 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई. पिछले साल दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि 8.4 प्रतिशत रही थी जबकि पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत दर्ज की गई थी. आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने ट्वीट किया कि दूसरी तिमाही में 7.4 प्रतिशत की वृद्धि दर से मौजूदा साल के लिए सकारात्मक परिदृश्य बनता है.उद्योग मंडल सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि दूसरी तिमाही में 7.4 प्रतिशत की वृद्धि दर से यह संकेत मिलता है कि सुधार मजबूत हुआ है.
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