नयी दिल्ली: भारत के सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर नवंबर में थमी क्योंकि नए आर्डर में पिछले तीन महीनों में सबसे कम बढ़ोतरी हुई और कारोबारी भरोसा कम हुआ. यह बात एक सर्वेक्षण में कही गयी. सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर नवंबर में थमी जाने वाला निक्केइ कारेाबारी गतिविधि सूचकांक अक्तूबर के 53.2 के उच्चतम स्तर के मुकाबले नवंबर में 51.1 पर आ गया. सर्वेक्षण के मुताबिक श्रम बाजार में भी गिरावट का रझान रहा. रोजगार काफी कम बढे.
सर्वेक्षण के मुताबिक ‘‘दो महीने लगातार वृद्धि के बाद नवंबर माह में भारत में सेवा क्षेत्र का उत्पादन आम तौर पर थमा और कारोबारी भरोसा कम हुआ.” इस बीच कारोबारी गतिविधि सूचकांक मामूली तौर पर चढकर बगैर बदलाव के 50 के स्तर पर बना रहा. इस सूचकांक का 50 से उपर रहना वृद्धि और इससे नीचे संकुचन का संकेतक है.
सर्वेक्षण में कहा गया ‘‘भारत में सेवा कंपनियों ने अगले 12 महीने के परिदृश्य के लिहाज से आशावाद में कमी आयी. सर्वेक्षण के पिछले 10 साल के इतिहास में रझान, न्यूनतम स्तर पर रहा.” मूल्य के लिहाज से भारतीय सेवा क्षेत्र का उत्पादन मूल्य नवंबर में थमा रहा.सर्वेक्षण सदस्यों के मुताबिक नए आर्डर की वृद्धि में नरमी के लिए कडी प्रतिस्पर्धा और आर्थिक स्थिति में कमजोरी को जिम्मेदार ठहराया
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