नयी दिल्ली: देश में प्राकृतिक गैस की कीमत में अगले साल 16 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है. हालांकि, उसके बाद इसमें सुधार आएगा लेकिन मौजूदा वर्ष के मूल्य स्तर को कम-से-कम 2020 तक पाना मुश्किल है.अमेरिकी परामर्श कंपनी डी गॉयलर एंड मैकनाउटन (डी एंड एम) की रिपोर्ट में यह अनुमान जताया गया है. रिपोर्ट ओएनजीसी तथा रिलायंस इंडस्टरीज के बीच केजी बेसिन में गैस भंडार को लेकर हुये विवाद पर तैयार की गयी है.
सरकार द्वारा पिछले साल अक्तूबर में मंजूर फार्मूले के आधार पर 2016-17 की पहली छमाही में प्राकृतिक गैस की कीमत घटकर 3.22 डालर प्रति 10 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट रह जाने का अनुमान है जो अभी 3.82 डालर प्रति इकाई है. अनुमान के अनुसार गैस की कीमत 2017-18 की पहली और दूसरी छमाही में क्रमश: 3.36 डालर प्रति इकाई तथा 3.42 डालर प्रति इकाई होगी. अगले वित्त वर्ष में यह करीब 3.45 डालर प्रति इकाई होगी.रिपोर्ट के मुताबिक 2019-20 में गैस की कीमत 3.49 डालर प्रति इकाई पहुंच जाने का अनुमान है.
इसमें कहा गया है कि भारत में गैस कीमत चीन एवं अन्य देशों के मुकाबले कम है. चीन में जहां यह 9.0 डालर प्रति इकाई है, वहीं फिलीपीन में 10.5 डालर, इंडोनेशिया में 6.5 डालर तथा थाईलैंड एवं मलेशिया में 8.0 डालर प्रति इकाई है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.