गूगल के सीइओ सुंदर पिचाई इन दिनों भारत दौरे में हैं. इस दौरान वो भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलेंगे. आईआईटी खड़गपुर से लेकर दुनिया की बड़ी कंपनियों में से एक गूगल कंपनी की सीइओ तक का सफर तय करने वाले सुंदर पिचाई का जीवन बेहद दिलचस्प है. चेन्नई के रहने वाले सुंदर पिचाई बेहद साधारण परिवार से आते है. आइये उनके जिंदगी से जुड़े दस अहम तथ्य को जानते है.
1. सुंदर पिचाई ने अपनी इंजीनयरिंग की पढ़ाई आईआईटी खड़गपुर से की है. पिचाई अपने दोस्तों के बीच "सुंदी " के नाम से मशहूर थे. उनके दोस्त सुंदर पिचाई के बारे में बताते है कि कॉलेज के दिनों में वो बहुत ही शर्मीले स्वभाव के थे. हमेशा छोटे ग्रुप में रहने वाले पिचाई के दोस्तों को कभी इस बात का अंदाजा नहीं था कि एक दिन वो इतने बड़े कंपनी के सीइओ बनेंगे.
2. कॉलेज में पढ़ाई के दौरान पिचाई को अपने ही साथ पढ़ने वाली लड़की अंजलि से प्यार हो गया. आगे चलकर दोनों ने शादी कर ली.
3. आईआईटी खड़गपुर से बैचलर करने के बाद उन्होंने मास्टर्स की डिग्री स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी से की इसके साथ ही उन्होने MBA पेन्सील्वानिया यूनिवर्सिटी से किया.
4.गूगल ज्वाइन करने से पहले पिचाई मैकेंजी एंड कंपनी के के मैनेजमेंट कंसल्टिंग सेल में काम किया करते थे. इस कंपनी में उन्होंने अप्लाईड मैटेरियल में इंजिनियरिंग और प्रोडक्ट मैनेजमेंट के लिए भी काम किया.
5. साल 2004 में पिचाई ने गूगल ज्वाइन किया. पिचाई ने ही गूगल क्रोम ओएस और क्रोम ब्राउजर को लोगों तक पहुंचाया . गूगल प्रोडक्ट में आज क्रोम सबसे पापुलर ब्राउजर है. 2008 में सुंदर पिचाई को गूगल ने प्रोडक्ट डिजाइनिंग का वाइस प्रेसिडेंट नियुक्त किया.
6. पिछले 11 साल से गूगल के लिए काम कर रहे पिचाई एक वक्त गूगल छोड़ने का मन बना लिये थे. लेकिन गूगल ने उन्हें 305 करोड़ रुपये देकर नौकरी नहीं छोड़ने को लेकर राजी कर लिया.
7.सुंदर पिचाई के कामयाबी की सबसे बड़ी वजह गूगल क्रोम का खोज है. गूगल क्रोम ने उन्हें रातों -रात लोकप्रिय बना दिया.
8. पिचाई के सहयोगियों के मुताबिक सुंदर पिचाई एक स्किल्ड डिप्लोमेट हैं. गूगल के एक अधिकारी का कहना है कि कंपनी में उन्हें एक भी ऐसा कर्मचारी नहीं मिलेगा जो पिचाई को पसंद नहीं करता हो.
9. अमेरिका जाने के खर्चे के लिए पिचाई के पिता ने कर्ज के लिए बैंक में आवेदन दिया था. जब उन्हें लोन नहीं मिल पाया तो पिचाई के पिता को अपनी सेविंग खर्च करनी पड़ी.
10. पिचाई के बारे में कहा जाता है कि उन्हें बचपन से ही नये टेक्नोलॉजी से प्यार था. पिचाई जब छोटे थे तो उनके घर में टेलीफोन कनेक्शन आया था. उन्हें हर वो फोन नम्बर याद था .जिसे वो डायल करते थे.
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