भारत की कठोर वास्तविकता यह है कि यहां नीति राजनीति तय करती है : जेटली
नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज फिक्की के 88 वें वार्षिक आम बैठक में कहा कि यह भारत की कठोर वास्तविकता है कि यहां नीति राजनीति के द्वारा तय किये जाते हैं. वर्ष 2015 में भारत की सबसे बड़ी ताकत यह है कि भारत की महत्वाकांक्षा बढ़ी है. आज देश में बहुत […]
नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज फिक्की के 88 वें वार्षिक आम बैठक में कहा कि यह भारत की कठोर वास्तविकता है कि यहां नीति राजनीति के द्वारा तय किये जाते हैं. वर्ष 2015 में भारत की सबसे बड़ी ताकत यह है कि भारत की महत्वाकांक्षा बढ़ी है. आज देश में बहुत सी चीजें हो रहीं हैं, बावजूद इसके कई लोग अधीर हैं. उन्हें लगता है कि यह सबकुछ इतनी जल्दी क्यों हो रहा है.
Hard reality of India is that it is politics that determines policy-FM Jaitley pic.twitter.com/LEwxEEFlgd
— ANI (@ANI) December 19, 2015
In 2015. one of the greatest strength in India is that India has become exceedingly aspirational-FM Jaitley
— ANI (@ANI) December 19, 2015
Slowdown has impacted various areas, one obvious area is our international trade, size of imports and exports contracted-FM Jaitley
— ANI (@ANI) December 19, 2015
इस मौके पर उन्होंने कहा कि संसद से जीएसटी बिल का पास होना बहुत जरूरी था, लेकिन कांग्रेस ने इस विधेयक के रास्ते में रोड़ा अटका दिया. उन्होंने कहा कि आज विपक्ष का जो रवैया है, उससे हमें अर्थव्यवस्था सुधारने में मदद नहीं मिल रही है. अगर यह बिल पास होता, तो इससे देश के विकास में सहयोग मिलता.
वित्त मंत्री ने कहा कि हम विश्व की अर्थव्यवस्था के कंधे के समान हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि विश्व में आज विकास की गति धीमी हो गयी है. इस मंदी का असर विभिन्न क्षेत्रों पर पड़ा है. अंतरराष्ट्रीय व्यापार, आयात और निर्यात इससे प्रभावित है.
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