कंप्यूटर विनिर्माण कारोबार से ‘लॉग आउट’ होगी विप्रो
नयी दिल्ली: एचसीएल इन्फोसिस्टम्स के बाद एक अन्य घरेलू पीसी विनिर्माता विप्रो ने कंप्यूटर और सर्वर विनिर्माण कारोबार से हटने का फैसला किया है. कंपनी ने कहा है कि वह आईटी समाधान एवं सेवा कारोबार पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहती है. देश की तीसरी सबसे बड़ी साफ्टवेयर सेवा कंपनी ने 1985 में पर्सनल कंप्यूटरों […]
नयी दिल्ली: एचसीएल इन्फोसिस्टम्स के बाद एक अन्य घरेलू पीसी विनिर्माता विप्रो ने कंप्यूटर और सर्वर विनिर्माण कारोबार से हटने का फैसला किया है. कंपनी ने कहा है कि वह आईटी समाधान एवं सेवा कारोबार पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहती है.
देश की तीसरी सबसे बड़ी साफ्टवेयर सेवा कंपनी ने 1985 में पर्सनल कंप्यूटरों का विनिर्माण शुरु किया था. उसकी कोटद्वार :उत्तराखंड: व पुडुचेरी में विनिर्माण इकाइयां हैं. इन दोनों संयंत्रों की क्षमता 2.20 लाख इकाई की है. इसमें डेस्कटाप, लैपटाप व सर्वर शामिल हैं.
विप्रो के महाप्रबंधक व कारोबार प्रमुख :सिस्टम एंड टेक्नोलाजी: एस राघवेंद्र प्रकाश ने कहा, ‘‘ बाजार बदल रहा और इसी हिसाब से उपभोक्ताओं की जरुरत भी बदल रही है. विप्रो ने सिस्टम इंटीग्रेटर के रुप में अपनी स्थिति मजबूत करने का फैसला किया है. साथ ही वह आईटी समाधान व सेवाओं पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहती है.’’ हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि पीसी विनिर्माण कारोबार में कितने कर्मचारी हैं. हालांकि, सूत्रों ने बताया कि कर्मचारियों की संख्या 2,000 से कम है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.