बाजार की सेहत में सुधार, 291 अंक चढ़ा सेंसेक्स

मुंबई : कई दिनों के बाद आज सेंसेक्स व निफ्टी मजबूती के साथ बंद हुए. 291 अंक की बढ़त के साथ आज सेंसेक्स में जहां 1.21 प्रतिशत की मजबूती आयी, वहीं निफ्टी में 84 अंक की बढ़त के साथ 1.14 अंक की मजबूती आयी. सेंसेक्स आज 24480 अंक पर और निफ्टी 7435 अंक पर बंद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2016 9:37 AM


मुंबई :
कई दिनों के बाद आज सेंसेक्स व निफ्टी मजबूती के साथ बंद हुए. 291 अंक की बढ़त के साथ आज सेंसेक्स में जहां 1.21 प्रतिशत की मजबूती आयी, वहीं निफ्टी में 84 अंक की बढ़त के साथ 1.14 अंक की मजबूती आयी. सेंसेक्स आज 24480 अंक पर और निफ्टी 7435 अंक पर बंद हुआ. आज सबसे ज्यादा मजबूती मिड व स्मॉल कैप में आयी. इन दोनों शेयरों के सूचकांक में लगभग पौने दो प्रतिशत की मजबूती आयी.

बाजार का दिन का हाल

बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों से उत्‍साहित बंबई स्‍टॉक एक्‍सचेंज का सेंसेक्स आज शुरुआती कारोबार में 100 से अधिक अंक चढ़ गया है. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्‍स में 105 अंकों की तेजी देखने को मिली. इसी प्रकार नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज का प्रमुख इंडेक्‍स निफ्टी भी 18 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है. मिडकैप और स्‍मॉलकैप के शेयर सपाट स्‍तर पर कारोबार कर रहे हैं. सुबह के कारोबार में सेंसेक्‍स 24,294 अंकों पर कारोबार कर रहा है. जबकि निफ्टी 7,365 अंकों पर कारोबार कर रहा है.

उल्‍लेखनीय है कि सोमवार को बाजार में गिरावट का सिलसिला बना रहा और 266.67 अंक लुढककर सेंसेक्‍स 20 महीने के न्यूनतम स्तर 24,188.37 अंक पर बंद हुआ. कच्चे तेल का दाम 28 डालर प्रति बैरल के नीचे आने के साथ सेंसेक्स की प्रमुख कंपनी रिलायंस इंडस्टरीज का शेयर 5.0 प्रतिशत से अधिक नीचे आ गया. यह लगातार तीसरा कारोबारी सत्र था जब बाजार में गिरावट देखी गयी. 26 मई 2014 को नयी सरकार के सत्ता में आने के बाद से सूचकांक का यह न्यूनतम स्तर था.

कंपनियों के वित्तीय परिणाम उम्मीद से कम रहने तथा दिसंबर में व्यापार घाटा बढकर 11.6 अरब डालर होने से भी बाजार की धारणा और प्रभावित हुई जो पहले से रुपये की विनिमय दर में गिरावट तथा चीन की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता से प्रभावित है. एक वर्ष पूर्व इसी महीने में व्यापार घाटा 9.1 अरब डालर था. निर्यात में लगातार 13वें महीने गिरावट आयी और वस्तु निर्यात दिसंबर में 14.75 प्रतिशत घटकर 22.2 अरब डालर पर आ गया.

इसका मुख्य कारण पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में तीव्र गिरावट है. तेल का भाव 27.67 अरब डालर पर आने के बाद वैश्विक स्तर पर भी कोई संकेत नहीं मिला. 2003 के बाद तेल का यह न्यूनतम स्तर है. ईरान पर प्रतिबंध हटने और उसे कच्चे तेल का निर्यात की छूट मिलने के बाद यह गिरावट आयी है. तीस शेयरों वाला सेंसेक्स सोमवार को कमजोर होकर 24,400.78 अंक पर खुला लेकिन तुंरत दिन के उच्च स्तर 24,524.85 अंक तक चला गया.

हालांकि बाद में इसमें गिरावट आयी और यह न्यूनतम स्तर 24,141.99 अंक तक चला गया. पर अंत में यह 266.67 अंक या 1.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,188.37 अंक पर बंद हुआ. 16 मई 2014 के बाद यह न्यूनतम स्तर है. उस समय सूचकांक 24,121.74 अंक पर बंद हुआ था. सूचकांक में लगातार तीन सत्रों में 665.74 अंक या 2.68 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी. सोमवार को सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 19 नुकसान में रहे.

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