नयी दिल्ली: सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने दिसंबर में समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 1,505.58 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दिखाया है. वसूल नहीं हो रहे कर्जो के लिए अधिक प्रावधान करने के कारण उसे घाटे का सामना करना पड़ा है.पिछले साल अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में बैंक को 1,733.80 का शुद्ध लाभ हुआ था.
बंबई शेयर बाजार को आज दी गयी जानकारी के अनुसार आलोच्य अवधि में बैंक की कुल आय एक साल पहले की इसी अवधि के 11,947.45 करोड़ रुपये की तुलना में घट कर 11,086.95 रही. बैंक ने इस बार तीसरी तिमाही में अवरद्ध ऋण खातों (एनपीए) के लिए 3,603 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है जो एक साल पहले के 1,580 करोड़ रुपये की तुलना में दो गुने से भी अधिक है.
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