मुंबई: रिजर्व बैंक ने आज कहा कि वह बैंकों में ग्राहकों की शिकायतों को दूर करने की संस्कृति की जांच के लिये जल्दी ही बैंक शाखाओं का औचक निरीक्षण करेगा. केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि वह इस बात की भी समीक्षा करेगा कि बैंकों ने ग्राहकों के अधिकार से जुडे ‘चार्टर’ को कैसे क्रियान्वित किया है.
विज्ञप्ति में गवर्नर रघुराम राजन के हवाले से कहा गया है, ‘‘ग्राहकों के पास बैंकिंग सेवाओं तथा शिकायत निपटान मशीनरी….बैंक की आंतरिक प्रणाली के साथ रिजर्व बैंक की बैंकिंग ओम्बुड्समैन योजना….तक पहुंच का अधिकार है ताकि ने बैंकिंग दायरे से बाहर नहीं हों.” राजन ने कहा है कि वेबसाइट, मोबाइल फोन, मिस्ड कॉल, भौतिक रूप से स्थान तथा संग्रह केंद्र होने चाहिए जहां ग्राहकों की शिकायतें निपटान के लिये एकत्रित हों.
राजन ने कल बैंकिंग ओम्बुड्समैन के सालाना सम्मेलन का उद्घाटन किया. दो दिवसीय सम्मेलन कल शुरू हुआ. रिजर्व बैंक ने ग्राहकों के अधिकार से संबद्ध ‘चार्टर’ सार्वजनिक रूप से रखा है और बैंकों से इसका अनुकरण करने को कहा है.
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