नीतिगत ब्याज में हो सकती है 0.25 प्रतिशत की कटौती : एचएसबीसी
नयी दिल्ली : राजकोषीय घाटे को सीमित करने की सरकार की प्रतिबद्धता से आश्वस्त रिजर्व बैंक अपनी उदार मौद्रिक नीति आगे भी जारी रख सकता है और अपनी नीतिगत ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर सकता है. यह बात एचएसबीसी की एक रपट में कहीगयी है. इस वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी ने कहा […]
नयी दिल्ली : राजकोषीय घाटे को सीमित करने की सरकार की प्रतिबद्धता से आश्वस्त रिजर्व बैंक अपनी उदार मौद्रिक नीति आगे भी जारी रख सकता है और अपनी नीतिगत ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर सकता है. यह बात एचएसबीसी की एक रपट में कहीगयी है.
इस वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी ने कहा है कि 2016-17 के आम बजट में 3.5 प्रतिशत राजकोषीय घाटे के पूर्वघोषित लक्ष्य का बरकरार रखने का वृहद्-अर्थव्यवस्था पर दूरगामी असर हो सकता है.
रुपट में कहा गया, ‘‘सरकार के लिए वृद्धि को सुरक्षित रखना और वृहद् स्थिरता कायम रखना आसान नहीं था. लेकिन इसका प्रयास हुआ है.’ एचएसबीसी ने कहा ‘‘राजकोषीय नतीजे से हमें अपने अनुमान पर कायम रहने का भरोसा मिलता है कि बजट के बाद आरबीआई नीतिगत दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती करेगा.’ आरबीआई ने दो फरवरी को नीतिगत ब्याज दर रेपो को 6.75 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा था.
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