7.5 फीसदी की विकास दर से न पीएम नरेंद्र मोदी और न ही मैं संतुष्ट हूं : अरुण जेटली
वाशिंगटन : केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि भारत की 7.5 प्रतिशत की मौजूदा विकास दर उसकी अपनी जरूरत के स्तर के हिसाब से काफी नहीं है और देश में ‘बेहतर’ करने की ‘क्षमता’ है. भारत के निर्यात में गिरावट पर चिंता जाहिर करते हुए जेटली ने कहा कि देश के विकास […]
वाशिंगटन : केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि भारत की 7.5 प्रतिशत की मौजूदा विकास दर उसकी अपनी जरूरत के स्तर के हिसाब से काफी नहीं है और देश में ‘बेहतर’ करने की ‘क्षमता’ है. भारत के निर्यात में गिरावट पर चिंता जाहिर करते हुए जेटली ने कहा कि देश के विकास के मापदंड सही रास्ते पर हैं. सरकार समावेश के साथ सुधार के अपने एजेंडे पर आगे बढ़ रही है और अपने सभी राजकोषीय मापदंडों को सफलतापूर्वक पूरा कर रही है.
उन्होंने एक वैश्विक अमेरिकी थिंक टैंक कार्नेगी एनडाउमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में कहा , ‘‘मौजूदा स्थिति में वैश्विक मापदंडों के अनुरूप 7.5 प्रतिशत की विकास दर के जरिए क्या हम बेहतर कर रहे हैं? जवाब है हां, लेकिन हमारी अपनी जरूरतों के मापदंडों के हिसाब से क्या हम पर्याप्तरूप से अच्छा कर रहे हैं? मुझे लगता है कि हम बेहतर कर सकते हैं.’
जेटली ने कहा, ‘‘दरअसल, हमने वैश्विक स्तर पर विपरीत माहौल के बीच कुछ घरेलू नीतियों, चतुराई से निवेश और अधिशेष के उपयोग के जरिए हमने कुछ वृद्धि दर बरकरार रखी. चिंता की सबसे बड़ी बात है निर्यात का घटना.’ अमेरिका की सप्ताह भर लंबी यात्रा पर आए जेटली ने कहा कि मूल्य और मात्रा दोनों के लिहाज से वैश्विक हालात ने निर्यात को प्रभावित किया है. यदि कुछ स्थितियां बदलती हैं तो हालात सुधरेंगे.
जेटली ने कहा, ‘‘वैश्विक मानकों या मौजूदा हालात में वैश्विक मानक के बीच क्या हम 7.5 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं? इसका जवाब, हां में है. लेकिन अपनी जरूरत के मानकों के मुताबिक क्या हम अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं? मुझे लगता है कि हम बेहतर कर सकते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘‘क्या 7.5 प्रतिशत की वृद्धि दर से भारत सरकार, मैं या प्रधानमंत्री या भारत का राजनीतिक खेमा संतुष्ट है, तो जवाब है नहीं.’ लेकिन विपरीत वैश्विक परिस्थितियों में शायद उक्त दर के साथ संतुष्ट हुआ जा सकता है.
इससे पहले जेटली का स्वागत करते हुए कार्नेगी के राष्ट्रपति विलियम बर्न्स, जो पूर्व उप विदेश मंत्री भी हैं, ने कहा कि भारत की वैश्विक स्तर पर विशेष तौर पर एशिया में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है.
भारत ने विश्व की सबसे तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली उभरती अर्थव्यवस्था के तौर पर उभर कर चीन को चौंका दिया.
बर्न्स ने कहा, ‘‘भाजपा के सत्ता में आने से दो साल बाद भारत की आर्थिक स्थिति में बदलाव आया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जेटली के नेतृत्व में भारत आज विश्व की सबसे अधिक तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है.’ मुद्रास्फीति घटी है और सरकार सुधार के प्रति प्रतिबद्ध है.
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