वाशिंगटन :सऊदी अरब के एक फैसले से दुनिया भर की अर्थव्यवस्था में भूचाल आ सकता है. दरअसल अमेरिकी संसद में एक ऐसे विधेयक लाने की तैयारी की गयी है जिसके तहत अमेरिका में 9/11 हमले के पीड़ित उन देशों पर भी मुकदमा कर पायेंगे जो आतंकवाद का समर्थन करते हैं. ऐसा माना जा रहा है कि इस कानून के पारित होने के बाद आतंकी हमले में पीड़ित सऊदी अरब सम्राज्य पर भी मुकदमा चला सकते हैं. सऊदी अरब ने इस फैसले का विरोध जताते हुए कहा कि अगर ऐसा हुआ तो सऊदी 750 अरब डॉलर की अमेरिकी परिसंपत्तियांबेचनेशुरू कर देगा.
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा, ‘‘मैं आम तौर पर यह कहूंगा कि ऐसे काल्पनिक हस्तांतरण या लेनदेन की श्रृंखला से वैश्विक वित्तीय बाजार अस्थिर होंगे.’ संसद में उक्त विवादास्पद कानून परित होने पर सऊदी अरब द्वारा अमेरिकी संपत्तियों में अपने निवेश को बचेने की कथित धमकी के बारे पूछने पर अर्नेस्ट ने यह बात कही. उनसे यह भी पूछा गया था कि आम तौर पर अमेरिकी अर्थव्यवस्था को क्या नुकसान हो सकता है.
उन्होंने कहा, ‘‘उस तरह की अस्थिरता और उतार-चढाव विश्व भर की किसी विकसित अर्थव्यवस्था के हित में नहीं है. अमेरिका और सऊदी अरब दोनों विकसित अर्थव्यवस्थाओं के खंड में होंगे जिन्हें ऐसी परिस्थितियों से फायदा नहीं होगा’ सिनेटर जॉन कॉरनिन और चार्ल्स सुमेर द्वारा तैयार इस विधेयक में आतंकवाद को प्रायोजित करने के खिलाफ न्याय की बात की गयी और इसमें 11 सितंबर 2001 की आतंकवादी घटना तथा अन्य के शिकार लोगों को आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति होगी. ओबामा प्रशासन ने कांग्रेस से इस विधेयक को पारित होने से रोकने के लिए लॉबिंग की है. प्रशासन के एक अधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि इसके पारित होने से राजनयिक और आर्थिक प्रभाव होंगे.
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