नयी दिल्ली : देश में कारों की सालाना बिक्री 11 साल में पहली बार घट गई है. अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बीच मांग में कमी से वाहन उद्योग काफी दबाव में है. 2013 में कार बिक्री 9.59 प्रतिशत घटी है. वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम के आंकड़ों के अनुसार 2013 में घरेलू बाजार में कारों की बिक्री घटकर 18,07,011 इकाई रह गई, जो इससे पिछले साल 19,98,703 इकाई रही थी.
सियाम के महानिदेशक विष्णु माथुर ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘2002 के बाद पहली बार 2013 में कारों की सालाना बिक्री में गिरावट आई है. अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति की वजह से नकारात्मक धारणा और गहरा गई.’’माथुर ने कहा कि उंची महंगाई, ईंधन कीमतों तथा महंगे ब्याज की वजह से कार रखने की लागत बढ़ गई है. इससे धारणा प्रभावित हुई. सियाम ने कार बाजार की धीमी रफ्तार का उल्लेख करते हुए कहा है कि पिछले 17 माह में सिर्फ तीन महीने अक्तूबर-2012, अगस्त और सितंबर-2013 ऐसे रहे हैं, जबकि कारों की बिक्री बढ़ी.
उन्होंने कहा कि उद्योग अभी अपने निचले स्तर से बाहर नहीं निकल पाया है. माथुर का मानना है कि खनन गतिविधियों में कमी तथा बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में देरी की वजह से वाणिज्यिक वाहन बाजार बुरी तरह प्रभावित हुआ है. माथुर ने कहा, ‘‘इस साल की दूसरी छमाही में हमें वाणिज्यिक वाहन बाजार की स्थिति कुछ सुधरने की उम्मीद है.’’
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