नयी दिल्ली: दूरसंचार क्षेत्र की प्रमुख निजी कंपनी भारती एयरटेल का 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही का शुद्ध लाभ 2.8 प्रतिशत बढकर 1,290 करोड रुपये पर पहुंच गया. कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1,255 करोड रुपयेका शुद्ध मुनाफा कमाया था. एयरटेल ने बयान में कहा कि जनवरी से मार्च 2016 तिमाही के दौरान उसका कुल राजस्व 8.4 प्रतिशत बढकर 24,960 करोड रुपये पर पहुंच गया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 23,016 करोड रुपये रहा था.
पूरे 2015-16 वित्त वर्ष में कंपनी का शुद्ध लाभ 5,484 करोड रुपयेव आमदनी 96,532 करोड रुपये रही. भारत में तिमाही के दौरान कंपनी का राजस्व 11.7 प्रतिशत बढकर 18,328 करोड रुपये रहा. सालाना आधार पर कंपनी का मोबाइल डेटा राजस्व 44.5 प्रतिशत बढकर 3,357 करोड रुपये रहा. कंपनी के भारत में मोबाइल राजस्व में मोबाइल डेटा का हिस्सा 23.3 प्रतिशत रहा, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 17.6 प्रतिशत था. प्रति ग्राहक औसतन डेटा आमदनी (एआरपीयू) तिमाही के दौरान 21 रुपये बढकर 196 रुपये हो गई. इस दौरान प्रति ग्राहक डेटा इस्तेमाल में 31 प्रतिशत बढोतरी हुई. भारती एयरटेल के भारत व दक्षिण एशिया प्रबंध निदेशक व सीईओ गोपाल विट्टल ने कहा, ‘‘बेहतर क्रियान्वयन से हमारा राजस्व बाजार बढा है. सालाना आधार पर मोबाइल डेटा के ट्रैफिक में 69.4 प्रतिशत व राजस्व में 44.5 प्रतिशत की बढोतरी हुई. वॉयस आमदनी भी 10.8 प्रतिशत बढ़ी. पिछली 18 तिमाहियों में यह सबसे तीव्र वृद्धि रही है.’
विट्टल ने कहा कि वीडियोकोन और एयरसेल से प्रस्तावित स्पेक्ट्रम अधिग्रहण के बाद कंपनी 2जी, 3जी, 4जी में एकमात्र अखिल भारतीय आपरेटर होगी और उद्योग में अपना अग्रणी स्थान बनाये रखने के लिये वह बेहतर स्थिति में होगी. कंपनी का अफ्रीका कारोबार भी इस दौरान बेहतर रहा। भारती एयरटेल की अफ्रीका कारोबार की प्रबंध निदेशक और सीईओ क्रिस्टियन डे फरिया ने कहा, ‘‘महाद्वीप में साल दर साल आधार पर डेटा खपत में 110.1 प्रतिशत और राजस्व में 43 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गयी.’ कंपनी निदेशक मंडल ने कंपनी के पांच रुपये के शेयर पर 1.36 रुपये प्रति शेयर का अंतिम लाभांश देने की सिफारिश की है. 31 मार्च 2016 की स्थिति के अनुसार एयरटेल का शुद्ध ऋण बढकर 83,888.3 करोड रुपये हो गया.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.