कंपनियों के तिमाही नतीजों और महंगाई के आंकड़ों से तय होगी बाजार की दिशा
नयी दिल्ली : टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), रिलायंस इंडस्टरीज व विप्रो जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों तथा दिसंबर माह के मुद्रास्फीति के आंकड़ों से निकट भविष्य में शेयर बाजारों की दिशा तय होगी. विशेषज्ञों ने यह बात कही है.इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश के रुख, वैश्विक संकेतकों और डालर के मुकाबलेरुपये […]
नयी दिल्ली : टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), रिलायंस इंडस्टरीज व विप्रो जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों तथा दिसंबर माह के मुद्रास्फीति के आंकड़ों से निकट भविष्य में शेयर बाजारों की दिशा तय होगी. विशेषज्ञों ने यह बात कही है.इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश के रुख, वैश्विक संकेतकों और डालर के मुकाबलेरुपये का उतार चढ़ाव भी बाजार की दिशा को प्रभावित करेगा.
बोनान्जा पोर्टफोलियो लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश गोयल ने कहा, मुद्रास्फीति के आंकड़े, वैश्विक संकेत और वित्तवर्ष 2013-14 के लिए तीसरी तिमाही के नतीजे बाजार की आगे की दिशा को निर्धारित करेंगे. आने वाले सत्रों में निफ्टी के लिए 6,130 अंक का स्तर महत्वपूर्ण होगा और इस स्तर से नीचे इंडेक्स को और बिकवाली का सामना करना पड़ सकता है. इस सप्ताह टीसीएस, एक्सिस बैंक, बजाज आटो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्टरीज, आईटीसी और विप्रो जैसी कंपनियों के तीसरी तिमाही के परिणाम आयेंगे.
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति का आंकड़ा सोमवार को जारी होगा जबकि थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की घोषणा बुधवार को की जाएगी. एंजल ब्रोकिंग के अर्थशास्त्री भूपाली गुरसाले के अनुसार, आर्थिक वृद्धि में निरंतर सुस्ती और खाद्य मुद्रास्फीति के नरम पड़ने की उम्मीद के साथ ही उंची थोक और खुदरा मुद्रास्फीति से कुछ राहत मिलने की संभावनाओं को देखते हुए रिजर्व बैंक की 28 जनवरी को होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दरें मौजूदा स्तर पर ही रहने की उम्मीद है.
कोटक सिक्योरिटीज के प्राइवेट क्लाइंट ग्रुप रिसर्च के उपाध्यक्ष संजीव जरबादे ने कहा,इस सप्ताह बजाज आटो, एचसीएल टेक और एक्सिस बैंक जैसी महत्वपूर्ण कंपनियों के परिणाम आने हैं. मुद्रास्फीति के आंकड़ों को 14 जनवरी को जारी होंगे. वैश्विक स्तर पर दिसंबर के लिए अमेरिकी रोजगार संबंधी मासिक आंकड़े पर बाजार की निगाह रहेगी. इन आंकड़ों का अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रोत्साहन पैकेज की रफ्तार पर भी असर पड़ सकता है. अमेरिकी अर्थव्यवस्था में दिसंबर में 74,000 रोजगार बढ़े और कुल बेरोजगारी दर में गिरावट जारी रही जो 6.7 प्रतिशत के स्तर पर आ गई, जो अक्तूबर, 2008 के बाद का न्यूनतम स्तर है. बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में लगातार दूसरे सप्ताह गिरावट रही जो 93 अंकों की गिरावट के साथ 20,758.49 अंक पर बंद हुआ.
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