रघुराम राजन ने ब्याज दर बढ़ा कर बेरोजगारी बढ़ाई, उन्हें ”शिकागो” भेजा दो : स्वामी

नयी दिल्ली : भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने अब आरबीआइ गर्वनर रघुराम राजन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. स्वामी ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि रघुराम राजन की छुट्टी करके शिकागो भेज देना चाहिए. उनके इस बयान से यह साफ होता है कि देश की खराब होती अर्थव्यवस्था के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 12, 2016 12:18 PM

नयी दिल्ली : भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने अब आरबीआइ गर्वनर रघुराम राजन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. स्वामी ने आज मीडिया से बात करते हुए कहा कि रघुराम राजन की छुट्टी करके शिकागो भेज देना चाहिए. उनके इस बयान से यह साफ होता है कि देश की खराब होती अर्थव्यवस्था के लिए वे वित्त मंत्री को जिम्मेदार नहीं मानते बल्कि इसके लिए स्वामी आरबीआइ गर्वनर की खराब नीतियों को दोषी मानते हैं.

स्वामीने आज कहा कि मुझे लगता है कि आरबीआइ गर्वनर रघुराम राजन हमारे लिए अनुकूल नहीं हैं. रघुराम राजन से देश को नुकसान पहुंच रहा है. उन्हें शिकागो भेज देना चाहिए. उन्होंने कहा कि राजन ने ब्याज दर बढाया जिससे अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंच रहा है. वे ब्याजदर बढ़ाकर मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना चाह रहे हैं लेकिन इससे बेरोजगारी बढ़ रही है.

आपको बता दें कि राजन का कार्यकाल इसी साल सितंबर में समाप्त हो रहा है. आपको बता दें कि रघुराम राजन के दोबारा गवर्नर बनने की संभावना कम दिख रही हैं. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रघुराम राजन के हालिया बयानों ने सरकार को निराश किया है. सितंबर में आरबीआई गवर्नर का कार्यकाल खत्म हो रहा है, लेकिन राजन के दोबारा गवर्नर बनने की संभावना कम दिख रही है. सूत्रों की माने तो रघुराम राजन का हर मुद्दे पर बढ़-चढ़कर बोलना उनके लिए फायदेमंद साबित नहीं होगा.

गौरतलब है कि नवंबर 2015 में रघुराम राजन ने भारत में असहिष्णुता वाला बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि असहिष्णुता के कारण आर्थिक विकास प्रभावित हो रहा है. यही नहीं, अप्रैल 2016 में रघुराम राजन ने भारत को अंधों में काना राजा कहा था. इस बयान पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आपत्ति व्यक्त की थी.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version