मुंबई: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक आफ बडौदा को मार्च तिमाही में 3230.14 करोड रुपये का शुद्ध घाटा हुआ जो कि उसे भारतीय बैंकिंग इतिहास का दूसरा सबसे बडा त्रैमासिक घाटा है.इससे पहले दिसंबर तिमाही में बैंक को 3,342.04 करोड रुपये का सर्वाधिक शुद्ध घाटा हुआ था. बैंक का कहना है कि फंसे कर्ज के लिए अधिक प्रावधान किए जाने के कारण आलोच्य तिमाही में उसे इतना बडा घाटा हुआ.
इस दौरान बैंक की कुल आय बढकर 12,789 करोड रुपये हो गयी. इसी तरह वित्त वर्ष 2015-16 में बैंक को 5067 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ जबकि एक साल पहले उसने 3,911.73 करोड रुपये का मुनाफा कमाया था. बैंक का एनपीए अनुपात बढकर 9.99 प्रतिशत होने के बीच उसने 6,857 करोड रुपये का प्रावधान किया
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