7th Pay commission : ओल्ड पेंशन स्कीम को बहाल करने के लिए ट्विटर पर छेड़ा अभियान

7th Pay commission : केंद्र और राज्य सरकारों के कर्मचारियों ने शुक्रवार को बड़ी संख्या में पुरानी पेंशन योजना (Old pension scheme) को बहाल किये जाने की मांग को लेकर ट्विटर (Twitter) अभियान से खुद को जोड़ लिया है. अभियान को चलाने वाली संगठन ने इसकी जानकारी दी. पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग को लेकर ‘नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम' (NMOPS) ने ट्विटर पर अभियान शुरू किया है. इसका दावा है कि 13 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारी इसके सदस्य हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 26, 2020 9:47 PM
an image

Restore Old Pension : केंद्र और राज्य सरकारों के कर्मचारियों ने शुक्रवार को बड़ी संख्या में पुरानी पेंशन योजना (Old pension scheme) को बहाल किये जाने की मांग को लेकर ट्विटर (Twitter) अभियान से खुद को जोड़ लिया है. अभियान को चलाने वाली संगठन ने इसकी जानकारी दी. पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने की मांग को लेकर ‘नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम’ (NMOPS) ने ट्विटर पर अभियान शुरू किया है. इसका दावा है कि 13 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारी इसके सदस्य हैं.

एनएमओपीएस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मनजीत सिंह पटेल ने कहा कि केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2004 से सरकारी नौकरी में आये कर्मचारियों के लिए सरकार ने नयी पेंशन योजना की शुरुआत की है. इसे नयी पेंशन योजना (NPS) नाम दिया गया है. यह 1972 के केंद्रीय सिविल सेवा (पेंशन) नियम के स्थान पर लागू की गयी. एनपीएस कर्मचारी के अंतिम मूल वेतन के मुताबिक न्यूनतम पेंशन की गारंटी नहीं देती.

उन्होंने कहा कि इसके अलावा एनपीएस में कई और दिक्कतें हैं. इसमें महंगाई भत्ते (DA) में होने वाली बढ़त के मुताबिक संशोधन का कोई प्रावधान नहीं है, जबकि पुरानी पेंशन योजना में कर्मचारी को साल में दो बार संशोधित महंगाई भत्ते का लाभ मिलता था.

दिल्ली सरकार में कर्मचारी रह चुके पटेल ने कहा कि एनएमओपीएस केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए शेयर बाजार से जुड़ी पेंशन योजना का समर्थन नहीं करता है. इन्हीं मांगों को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार से ट्विटर पर अभियान की शुरुआत की गयी.दिनभर में ‘रिस्टोर ओल्ड पेंशन’ को दो लाख से ज्यादा बार ट्वीट और रीट्वीट किया गया.

Posted By : Vishwat Sen

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Exit mobile version