बढ़ती महंगाई से राहत देने के लिए केन्द्र सरकार ने केन्द्रीय कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता (Dearness Allowance), महंगाई राहत (Dearness Relief) और पीएफ (Providend Fund) में इजाफा किया है. डीए में वृद्धि (DA Hike) करने के कैबिनेट के फैसले के बाद 1.14 करोड़ केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनभोगी (pensioners) को लाभ होगा. बता दें, केंद्र सरकार ने कर्मचारी को मिलने वाले डीए में 17 फीसदी से बड़ाकर 28 फीसदी कर दिया है. यानी कुल 11 फीसदी का इजाफा किया है.
कितनी बढ़ेगी सैलरी: केंद्र सरकार के कर्मचारियों का डीए 1 जुलाई 2021 से 17 फीसद से बड़कर 28 फीसद हो गया है. से में कर्मचारियों के वेतन में भी वृद्धि हो रही है. इस बढ़ोतरी की गणना कर्मचारी के मूल वेतन के आधार की जाएगी. बात करें कर्मचारियों की सैलरी में कितना इजाफा होगा तो इसे इस ढंग से भी मापा जा सकता है. मान लीजिए किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक सैलरी 20 हजार रुपये प्रतिमाह है. तो उसका मौजूदा डीए प्रति माह 3400 रुपये बन रहा है. अब डीए में 11 फीसदी की वृद्धि के बाद उसका मासिक डीए 5 हजार 6 सौ रुपये होगा.
वहीं, केन्द्रीय कर्मचारियों की सैलरी में इजाफे के बाद केन्द्र सरकार के कई नियमों बदलाव हो जाएंगे. डीए और डीआर की दर में 11 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुइ है. यानी अब 17 फीसदी से बढ़कर डीए 1 जुलाई 2021 से 28 पीसदी हो गया है. इस हिसाब से गणना की जाए तो मान लीजिए किसी केंद्रीय कर्मचारी की बेसिक मंथली सैलरी 20 हजार रुपये है तो डीए में 11 फीसदी की वृद्धि के बाद उसका मासिक डीए 5 हजार 6 सौ रुपये होगा.
केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ते को 17 फीसद से बढ़ाकर 28 फीसद कर दिया है. यानी केंद्र सरकार के कर्मचारियों को 1 जुलाई 2021 से 28 फीसदी डीए मिलेगा. गौरतलब है कि बीते साल कोरोनावायरस महामारी के कारण केंद्र सरकार ने डीए में इजाफे को रोक दिया था.
बता दें, डीए के बढ़ने से मासिक पीएफ और ग्रेच्युटी योगदान पर भी इसका असर पड़ता है. डीए वृद्धि (DA Hike) से मासिक भविष्य निधि (PF) में भी इजाफा हो गया है . इसके अलावा रिटायरमेंट के लिए प्रोविडेंट फंड (Provident Fund) और ग्रेच्युटी (Gratuity) में भी इजाफा हो गया है.
posted by: Pritish Sahay
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.