राजन का कार्यकाल बढ़ाये जाने पर बोले जेटली, यह ऐसा मुद्दा नहीं जिसपर मीडिया में चर्चा करें
नयी दिल्ली : रिजर्व बैंक गर्वनर रघुराम राजन का कार्यकाल बढ़ाये जाने को लेकर चल रही अटकलों के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उन्होंने स्पष्ट किया कि रिजर्व बैंक और सरकार के बीच संबंध ‘परिपक्वता पर आधारित’ हैं. जेटली ने यहां इंडियन वुमन प्रेस कोर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘जहां तक वित्त मंत्रालय और […]
नयी दिल्ली : रिजर्व बैंक गर्वनर रघुराम राजन का कार्यकाल बढ़ाये जाने को लेकर चल रही अटकलों के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उन्होंने स्पष्ट किया कि रिजर्व बैंक और सरकार के बीच संबंध ‘परिपक्वता पर आधारित’ हैं. जेटली ने यहां इंडियन वुमन प्रेस कोर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘जहां तक वित्त मंत्रालय और आरबीआई का संबंध है, दोनों के बीच संस्थागत आधारित संबंध है. ये काफी परिपक्व हैं. हम संस्थाओं के शीर्ष स्तर पर चर्चा करते हैं और एक दूसरे के विचारों को स्थान देते हैं.”
यह पूछे जाने पर कि क्या राजन को एक और मौका दिया जायेगा? उन्होंने कहा, ‘‘ये ऐसे मुद्दे नहीं हैं जिनके बारे में हम मीडिया में चर्चा करें.” रघुराम राजन का रिजर्व बैंक गर्वनर के रुप में कार्यकाल इसी वर्ष सितंबर में समाप्त हो रहा है. राजन ने हालांकि इस पद के लिए कार्यकाल बढ़ाने की अपनी रुचि का संकेत देते हुए 13 मई को कहा था कि वह इस क्षण अपने काम का आनंद उठा रहे हैं लेकिन अभी काफी कुछ करना बाकी है.
दूसरी तरफ भाजपा का एक वर्ग उनके कार्यकाल बढ़ाये जाने के खिलाफ बताया जा रहा है. भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने हाल ही में कहा कि राजन को आरबीआई के गर्वनर पद से हटा देना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि बेरोजगारी और औद्योगिक गतिविधियों में सुस्ती के लिए वह जिम्मेदार हैं और जितनी जल्दी उन्हें शिकागो भेजा जाए, अच्छा होगा.
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