मुंबई: व्यापार लाभप्रदता को लेकर आशंकित टेक महिंद्रा ने आज भुगतान बैंक शुरू करने की दौड से हटने की घोषणा की. इस तरह से भुगतान बैंक की दौड से हटने वाली यह देश की तीसरी कंपनी हो गई है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले चोलामंडलम तथा सनफार्मा के दिलीप सांघवी- आईडीएफसी बैंक-टेलीनोर के गठबंधन ने इस दौड से हटने की घोषणा की है. टेक महिंद्रा के निदेशक मंडल ने आज भुगतान बैंक शुरू करने की योजना से हाथ खींचने का फैसला किया.
टेक महिंद्रा के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्यकारी सी पी गुरनानी ने संवाददाताओं से कहा, ‘समय के साथ हमने पाया कि बाजार में जो आक्रामक प्रतिस्पर्धा है उससे केवल मार्जिन कम ही होगा. ‘ उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने टेकमहिन्द्रा तथा 10 अन्य इकाइयों को पिछले साल अगस्त में भुगतान बैंक की सैद्धांतिक मंजूरी दी थी. अंबानी, बिडला, एयरटेल व वोडोफोन सहित अन्य दिग्गज कंपनियों द्वारा प्रतिस्पर्धा के लिए आक्रामक रूख का हवाला देते हुए गुरनानी ने कहा कि इससे तो यही लगता है कि ‘कारोबारी लाभप्रदता में बहुत लंबा समय लगेगा. ‘ इस बीच आईटी सेवा कंपनी टेक महिंद्रा ने आज कहा कि उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 31 मार्च 2016 को समाप्त तिमाही में लगभग दोगुना होकर 897.08 करोड़ रुपये हो गया.
मुंबई स्थित इस कंपनी ने गत वर्ष इसी तिमाही में लगभग 472 करोड रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था.कंपनी का कारोबार जनवरी मार्च तिमाही 2016 में 12.5 प्रतिशत बढ़कर 6,83.73 करोड रुपये हो गया जो कि गत वर्ष की इसी तिमाही में 6,116.79 करोड़ रुपये रहा था. इसी तरह समूचे वित्त वर्ष में कंपनी का शुद्ध लाभ 18.7 प्रतिशत बढकर 3,118 करोड रुपये हो गया जबकि कारोबार 17.1 प्रतिशत बढकर 26,494 करोड रुपये हो गया.
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