सुब्रह्मण्यम स्वामी ने फिर लगाया आरबीआई गवर्नर राजन पर आरोप, PM को लिखा खत
नयी दिल्ली : भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने एक बार फिर से रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन पर निशाना साधा है. इस बार स्वामी ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राजन के खिलाफ मनी लान्ड्रिंग केस के तहत एसआईटी जांच की मांग की है. स्वामी ने राजन पर निशाना साधते हुए कहा […]
नयी दिल्ली : भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने एक बार फिर से रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन पर निशाना साधा है. इस बार स्वामी ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राजन के खिलाफ मनी लान्ड्रिंग केस के तहत एसआईटी जांच की मांग की है. स्वामी ने राजन पर निशाना साधते हुए कहा है कि राजन के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई के अंतर्गत बनाई गई एसआईटी से जांच करवाई जानी चाहिए. स्वामी ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि राजन के कार्यकाल में आरबीआई ने स्मॉल फाइनेंस बैंक (एसएफबी) को लाइसेंस देने में धांधली की है.
स्वामी का कहना है कि जिन स्मॉल फाइनेंस बैंकों को लाइसेंस दिए गए वह विदेश द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं. स्वामी ने कहा कि सरकारी नीति के तहत जिन संस्थाओं ने बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन किया और उनमें से जिन संस्थाओं को लाइसेंस दिये गये उनमें से किसी ने भी तय शर्तों को पूरा नहीं किया है. इसके बावजूद भी उन्हें लाइसेंस दे दिया गया है. स्वामी ने एक तीर से दो निशाने लगाते हुए इस मामले में कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को भी घेरा है.
उन्होंने आरोप लगाया है कि आरबीआई के इस फैसले से उन लोगों को फायदा हुआ है जो पी चिदंबरम के करीबी माने जाते हैं. राज्यसभा सांसद ने पीएम नरेंद्र मोदी को लिखी चिट्ठी में बताया है कि छोटे उद्यमियों को लाभ पहुंचाने की नीयत से शुरू की गई इस सेवा में गड़बड़ी की जा रही है. उन्होंने दावा किया है कि कुल 72 आवेदनों में केवल 10 को सफल पात्र पाया गया. स्वामी का दावा है कि इनमें से आधे से ज्यादा तय शर्तों को पूरा नहीं करते हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.