घेरलू कंपनियों को आकाश-4 की कीमत 2500 रुपये रखने की चुनौती

नयी दिल्ली: देश में अपने कारखानों में हैंडसेट बनाने वाली कंपनियों ने सस्ता टेबलैट आकाश-4 बनाने के लिए बोली लगाने में रुचि दिखाई है लेकिन सरकारी मदद के बिना उनके लिये 2500 रुपये की कीमत रखना मुश्किल बना हुआ है. कनाडाई कंपनी डेटाविंड ने अब तक सरकार को लगभग 1,00,000 आकाश टेबलैट की आपूर्ति की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2014 8:00 PM

नयी दिल्ली: देश में अपने कारखानों में हैंडसेट बनाने वाली कंपनियों ने सस्ता टेबलैट आकाश-4 बनाने के लिए बोली लगाने में रुचि दिखाई है लेकिन सरकारी मदद के बिना उनके लिये 2500 रुपये की कीमत रखना मुश्किल बना हुआ है.

कनाडाई कंपनी डेटाविंड ने अब तक सरकार को लगभग 1,00,000 आकाश टेबलैट की आपूर्ति की है. कंपनी का कहना है कि रुपये में उतार चढाव तथा अन्य कारकों के चलते 2,500 रुपये की कीमत में इस उपकरण की आपूर्ति चुनौती होगी.

डेटाविंड के सीईओ सुनीत सिंह तुली ने कहा, हम 2,500 रपये प्रति इकाई से भी कम मूल्य पर आकाश 4 के लिए बोली लगा सकते हैं. हालांकि, इस मूल्य को बनाये रखना एक चुनौती होगी. हमने रुपये में लगभग 20 प्रतिशत का बदलाव देखा है और अश्चितता बनी हुई है.

उल्लेखनीय है कि आकाश परियोजना केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के दिमाग की उपज है जबकि वे मानव संसाधन मंत्री थे. इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को सब्सिडीशुदा कम मूल्य पर टेबलैट उपलब्ध कराना है ताकि वे इंटरनेट सुविधा का लाभ ले सकें.

आपूर्ति एवं निपटान महानिदेशालय (डीजीएसएंडडी) ने नवीनतम आकाश टेबलैट के लिए टेंडर जारी किया है जिसके फीचर में 7 इ’च की टचस्क्रीन, वाई फाइ, 2जी, 3जी व 4जी कनेक्टिविटी व 4जीबी आंतरिक मेमोरी आदि शामिल है.

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