किताब विमोचन में लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग पहुंचे विजय माल्या, सरकार व सुहेल सेठ ने दी सफाई
लंदन : धनशोधन के एक मामले में भगोड़ा अपराधी घोषित और भारत में वांछित शराब कारोबारी विजय माल्या को इस हफ्ते यहां लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स (एलएसइ) में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में देखा गया, जिसमें भारतीय उच्चायुक्त नवतेज सरना ने भी शिरकत की थी. इस घटनाक्रम को लेकर भारत में खासी बेचैनी है. यह […]
लंदन : धनशोधन के एक मामले में भगोड़ा अपराधी घोषित और भारत में वांछित शराब कारोबारी विजय माल्या को इस हफ्ते यहां लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स (एलएसइ) में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में देखा गया, जिसमें भारतीय उच्चायुक्त नवतेज सरना ने भी शिरकत की थी. इस घटनाक्रम को लेकर भारत में खासी बेचैनी है.
यह पता चलने के बाद कि बृहस्पतिवार की शाम को सुहेल सेठ की नयी पुस्तक के विमोचन समारोह में शराब कारोबारी विजय माल्या को देखा गया, जबकि भारतीय उच्चायुक्त नवतेज सरना वहां बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे, यह खबर सोशल मीडिया पर छा गयी है.
खबरिया टेलीविजन चैनलों पर एक सभागार में सरना और माल्या के मौजूद होने की तस्वीरें प्रसारित होने के बाद अब ऐसे कार्यक्रम में उच्चायुक्त की उपस्थिति पर सवाल उठाये जाने लगे हैं, जहां एक ऐसा व्यक्ति मौजूद था जो भारत में प्रवर्तन एजेसियों द्वारा वांछित है. सेठ ने दावा किया कि एलएसए में यह खुला कार्यक्रम था जहां खुले निमंत्रण की वजह से कोई भी पहुंच सकता था. माल्या को इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था और वह शायद अपनी मर्जी से पहुंचे थे. बाद में उच्चायोग में एक रिसेप्शन में उन्हें न तो निमंत्रित किया गया और न ही वह वहां मौजूद थे. विदेश मंत्रालय भी हरकत में आ गया है और उसने एक बयान जारी कर कहा कि माल्या के नजर आने के बाद सरना संवाद सत्र का इंतजार किए बगैर वहां से उठकर चले गए.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘जब उच्चायुक्त को दर्शकोंमें माल्या नजर आए तब वह अपना बयान देने के तत्काल बाद मंच से उठे और चले गए. उन्होंने संवाद सत्र का इंतजार भी नहीं किया.”
विदेश मंत्रालय ने कहा कि एलएसइ कार्यक्रम के ‘दो हिस्से थे’, पहला ब्रिटिश मंत्री जो जॉनसन द्वारा पुस्तक विमोचन और दूसरा परिचर्चा. बाद में उच्चायोग में चुनिंदा अतिथियों के लिए स्वागत समारोह था.
मंत्रालय ने कहा, ‘‘एलएसइ कार्यक्रम के आमंत्रितों की सूची एलएसइ ने तय की थी. उन्होंने उच्चायोग को लिखा था कि माल्या उनकी सूची में नहींहैं. उन्होंने यह भी कहा था कि सोशल मीडिया के मार्फत इस कार्यक्रम का काफी प्रचार किया गया और आंगुतकों को पहले से पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं थी. ” उसने कहा, ‘‘उच्चायोग के रिसेप्शन के लिए निमंत्रण दिया गया था और आमंत्रितों की सूची में माल्या का नाम नहीं था. ” सेठ ने ट्विटर पर स्पष्टीकरण दिया, ‘‘मेरी पुस्तक को लांच किये जाने के दौरान विजय माल्या की उपस्थिति के बारे में, ट्विटर पर उसका प्रचार किया गया था. यह एक खुला कार्यक्रम था. कोई विशेष निमंत्रण नहीं था. कोई भी आ सकता था. ” उन्होंने कहा, ‘‘यह अहसास होने पर कि माल्या अन्य व्यक्ति की तरह दर्शकों में हैं, नवतेज सरना अपनी नाखुशी प्रकट करते हुए प्रश्नोत्तर काल से पहले चले गए.” उन्होंने कहा, ‘‘ कार्यक्रम के बीच में उच्चायुक्त माल्या को आते देख उठ गए और चले गए. यह कहना कि वह माल्या से मिले और उन्होंने उनसे बातचीत की, गलत है. ” सेठ की पुस्तक ‘मंत्राज फोर सक्सेस : इंडियाज ग्रेटेस्ट सीइओज टेल यू हाउ टू विन’ के विमोचन के इस कार्यक्रम का आयोजन 100 फुट जर्नी क्लब ने किया था जो भारतीय उच्चायोग और लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स का संयुक्त संगठन है. भारत-ब्रिटेन से जुड़े समसामयिक मुद्दों पर चर्चा और बहस के लिए मंच केरूप में पिछले ही महीने इसका गठन किया गया था.
About @TheVijayMallya at my book launch. It was an open @SAsiaLSE & advertised on Twitter. No specific invitations. Anyone could attend.
— SUHEL SETH (@Suhelseth) June 18, 2016
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