बीजिंग/ नयी दिल्ली : वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि भारत ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने (brexit) के अल्पकालिक और मध्यम अवधि के परिणामों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और उसके पास अच्छे-खासे विदेशी मुद्रा भंडार मौजूद है.
उन्होंने कहा कि जनमत संग्रह के नतीजे से वैश्विक बाजार में उतार-चढाव बढेगा. विश्व के सभी देशों को संभावित हलचल से की अवधि के लिए अपने आपको तैयार करना होगा जबकि साथ ही मध्यम अवधि में इसके असर के लिए प्रति सतर्क रहना होगा. उन्होंने कहा राजकोषीय घाटे पर भारत ने काबू रखा है.
भारत के लिए अवसर साबित हो सकता है BREXIT : जयंत सिन्हा
यूरोपियन यूनियन से ब्रिटेन के बाहर होने के फैसले के बाद भारतीय शेयर बाजार मेंजबरदस्तगिरावट दर्ज की गयी है. उधर भारत के वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि ब्रेग्जिट से पैदा हुई परिस्थितियों से भारत लड़ने को तैयार है. उन्होंने कहा किब्रेग्जिटका भारतीय अर्थव्यवस्था पर अच्छा असर पड़ेगा या बुरा ये कहा नहीं जा सकता है लेकिन इतना तय है कि ये खबर भारत के लिए मौके के रूप में साबित हो सकती है.
उन्होंने कहा कि जीएसटी बिल पास कर दुनिया को सकरात्मक संदेश दे सकते है.वित्त राज्य मंत्रीजयंतसिन्हा ने कहा कि दुनिया भर मेंब्रेग्जिटसे रिस्क का माहौल हो गया है कि इसका प्रभाव करेंसी मार्केट पर भी पड़ता है लेकिन अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है.
आरबीआई हर तरह की स्थिति से निपटने को तैयार : रघुराम राजन
आरबीआई गर्वनर रघुराम राजन ने कहा भारतीयअर्थव्यवस्था के बुनियादी तत्व मजबूत हैं, अल्पकालिक वाह्य ऋण कम है और विदेशी मुद्रा भंडार विशाल है. हमारी मौद्रिक नीति उदार है और आंकडों पर निर्भर है. आरबीआई हर तरह की स्थिति के लिए तैयार है, आवश्यकतापड़नेपर मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप करेगा, अन्य मुद्राओं के मुकाबले रुपये में गिरावट कमतर है. आरबीआई की निगाह मुद्राओं समेत सभी बाजारों पर हैं और जहां जरूरत होगी वहां नकद मुहैया कराईजायेगी.
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