सातवां वेतन आयोग : मोदी सरकार ला सकती है केंद्रीय कर्मियों के लिए ”अच्छे दिन”
नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्रिमंडल केंद्रीय कमिर्यों के वेतन-भत्तों और पेंशन मानों में संशोधन के लिए सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को कुछ और बढत के साथ कल मंजूरी दे सकता है. आयोग ने मूल वेतन में करीब 15 प्रतिशत बढोतरी की सिफारिश की है. इसके लागू होने से कुल एक करोड़ से अधिक कर्मचारियों […]
नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्रिमंडल केंद्रीय कमिर्यों के वेतन-भत्तों और पेंशन मानों में संशोधन के लिए सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को कुछ और बढत के साथ कल मंजूरी दे सकता है. आयोग ने मूल वेतन में करीब 15 प्रतिशत बढोतरी की सिफारिश की है. इसके लागू होने से कुल एक करोड़ से अधिक कर्मचारियों और पेंशनधारकों को फायदा होगा.वेतन आयोग की सिफारिशें गत नवंबर में आ गयी थीं. इनमें मूल वेतन में 14.27 प्रतिशत तक की बढोतरी की सिफारिश की है. सह बढोतरी पिछले 70 साल में आयोगों की सिफारिशोें में सबसे कम बतायी जा रही है.
छठे वेतन आयोग ने 20 प्रतिशत बढोतरी की सिफारिश की. 2008 में इसे लागू करते समय सरकार ने दोगुनी बढोतरी कर दी थी. आयोग की सिफारिशोेंं में प्रस्तावित भत्तों को भी जोड़ा जाए तो सिफारिशों के अनुसार वेतन में 23.55 प्रतिशत की वृद्धि होगी.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘इस साल राजकोषीय तंगी को ध्यान में रखते हुए सरकार वेतन आयोग की सिफारिश के मुकाबले मूल वेतन को 18 प्रतिशत या अधिक से अधिक 20 प्रतिशत तक कर सकती है. ‘
7वें वेतन आयोग की रपट इस साल एक जनवरी से प्रभावी होगी. जनवरी के बाद के बकाये के भुगतान के तौर तरीके पर भी की मंत्रिमंडल में निर्णय किया जा सकता है. मंत्रिमंडल सचिव पीके सिन्हा की अध्यक्षता वाली सचिवों की समिति ने सातवें वेतन आयोग की सिफारिश की समीक्षा के बाद अपनी रपट सौंप दी है. बताया गया है कि समिति ने सिफारिशाें का समर्थन किया है और इसकी रपट को मंत्रिमंडल के सामने प्रस्तुत किये जाने वाले नोट कारूप दिया जा रहा है.
अधिकारी ने कहा, ‘‘बहुत संभव है कि इसे मंत्रिमंडल की कल की बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा.’ केंद्र सरकार के निर्णय से उसके करीब 50 लाख कर्मचारियों और 58 लाख पेंशनरों को फायदा होगा.
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