सातवें वेतन आयोग की मंजूरी का बाजार पर होगा असर, इन सेक्टरों में बढ़ जायेगी खरीदारी
बिजनेस डेस्क केंद्र सरकार ने आज सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को मंजूरी दे दी है. इसके साथ हीएक करोड़ से अधिक वर्तमान व पूर्वकेंद्रीयकर्मचारियोंके वेतन और पेंशन में वृद्धि हो गयी. आयोग की सिफारिशें पहली जनवरी 2016 से लागू होगी.अभी यह स्पष्ट होना बाकी है कि सरकार एरियर की राशि का एकमुश्त भुगतान करेगी […]
बिजनेस डेस्क
केंद्र सरकार ने आज सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को मंजूरी दे दी है. इसके साथ हीएक करोड़ से अधिक वर्तमान व पूर्वकेंद्रीयकर्मचारियोंके वेतन और पेंशन में वृद्धि हो गयी. आयोग की सिफारिशें पहली जनवरी 2016 से लागू होगी.अभी यह स्पष्ट होना बाकी है कि सरकार एरियर की राशि का एकमुश्त भुगतान करेगी या किश्तों में.विशेषज्ञों का कहना है कि कर्मचारियों के वेतन वृद्धि से बाजार पर भी असर पड़ेगा.जरूरीसामानों की मांग बढ़ेगी और इससे कीमतों में बढ़ोतरी सेइनकारनहीं किया जा सकता है. सरकार ने कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन 18000 रुपये रखने की मांग को स्वीकार कर लिया है. वेतन आयोग की मंजूरी के बाद बाजार में भी बढ़त देखने को मिल रही है. कंज्यूमर ड्यूरेबल, एफएमसीजी, रियल एस्टेट और ऑटोमोबाइल के शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है. बाजार के जानकारों की मानें तो ऑटोमोबाइल और कंज्यूमर ड्यूरेबल सेक्टर में अच्छी खरीदारी देखने को मिल सकती है.
ऑटोमोबाइल : इस क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि 7वें वेतन आयोग के इस कदम से 4 व्हीलर कंपनियों को कोई बड़े फायदे की उम्मीद नहीं है. आमतौर पर एरियर्स से एकमुश्त राशि आने से लोग बड़ी खरीदारी करते हैं, पर एरियर्स तुरंत नहीं मिलने वाला है तो ऑटो कंपनियों को फायदा नहीं होगा. जब भी कर्मचारियों को एरियर्स की राशि मिलेगी. ऑटो कंपनियों को जरूर इसका फायदा मिलेगा. जब लोगों के हाथ में पैसा होता है तो वे वाहनों की खरीदकीओर आकर्षित होते हैं. गौरतलब है कि मध्यम आयवर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर कई वाहन निर्माता कंपनियों ने छोटे खंड के नये मॉडल प्रस्तुत किये हैं. चार माह के बाद धनतेरस और दीपावली के समय कर्मचारियों के हाथों में मोटी रकम होगी जिससे वाहन कंपनियों को अच्छा कारोबार मिलने की उम्मीद है. दोपहिया वाहनों में खरीदारी की अधिक उम्मीद जतायी जा रही है.
ज्वेलरी : ब्रेक्जिट के बाद ज्वेलरी बाजार में आयी तेजी के बाद कारोबार को नुकसान का जो अंदेशा था वह अब सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों की मंजूरी के बाद समाप्त होता दिख रहा है. गहनों की खरीदारी को कर्मचारियों के सैलरी में इस बढ़ोतरी से काफीउम्मीदें हैं. आने वाले महीनों में शादी और त्योहारी सीजनों की वजह से सोना-चांदी की बिक्री में तेजी आ सकती है. कर्मचारियों को मिलने वाली एरियर्स की एकमुश्त राशि उन्हें ज्वेलरी खरीदारी के लिए प्रोत्साहित कर सकती है. ऐसे में विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिलों में ज्वेलरी की खरीदारी बढ़ेगी और कारोबार को बढ़ावा मिलेगा. बचत के रूप में भी ज्वेलरी की खरीदारी एक अच्छे विकल्प के रूप में जाना जाता है.
रियल एस्टेट : सातवें वेतन आयोगकी सिफारिशें लागू होने सेलोगो के हाथ में पैसे बढेंगे और उनके खर्च करने की क्षमता में बढ़त होगी. ऐसे में अचल संपत्ति की ओर ध्यान देते हुए लोग रियल एस्टेट को एक विकल्प बना सकते हैं. घर, मकान आदि की चाहत रखने वाले कर्मचारी एरियर्स की एकमुश्त राशि का उपयोग घर या फ्लैट खरीदने के लिए कर सकते हैं. विशेषज्ञों का मानना है केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी के लागू होने के बाद कंज्यूमर सेक्टर को सबसे ज्यादा फायदा होगा.
इसके साथ ही ऑटो, ऑटो एंसिलियरी, कंज्यूमर ड्युरेबल्स और बैंकों को सबसे ज्यादा फायदा होगा. बैंकिंग के जानकारों की मानें तो वेतन आयोग की सिफारिशें इकोनॉमी के लिहाज से काफी अच्छी है. लेकिन सातवें वेतन आयोग के लागू होने से वित्तीय घाटा बढ़ेगा या नहीं, ये एक बहस का मुद्दा है. इसका इकोनॉमी पर अच्छा असर पड़ेगा और निवेश में भी बढ़ोतरी होगी. कंस्ट्रक्शन सेक्टर में भी अच्छी कमाई की उम्मीद है और बैंक डिपॉजिट में भी बढ़ोतरी होगी.
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