मुंबई: बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुरुआती बढत को बरकरार नहीं रख सका और 29 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। मुख्य रुप से दूरसंचार शेयरों की बिकवाली से बाजार में गिरावट आयी। रिलायंस जियो के मुफ्त में वॉयस कॉल तथा सस्ते डाटा शुल्क की घोषणा के बाद दूरसंचार कंपनियों के शेयर दबाव में रहे.
शुरुआती कारोबार में ऐसा लगा कि निवेशक जीडीपी वृद्धि दर धीमी होने तथा बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर हल्की होने के बाद थोडा सतर्क हैं. पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर छह तिमाही में सबसे कम रही। ये आंकडें कल आये। वैसे ज्यादातर निवेशकों ने कल अमेरिका में रोजगार के आंकडे आने से पहले देखो और इंतजार करो की नीति अपनाने को तरजीह दी। रोजगार के आंकडे से ब्याज दर में वृद्धि के बारे में फेडरल रिजर्व के रुख का पता चलेगा.
संस्थागत तथा खुदरा निवेशकों की लिवाली से सेंसेक्स मजबूत होकर 28,459.09 अंक पर खुला और एक समय 28,548.85 अंक तक चला गया। लेकिन बाद में इसमें गिरावट आयी और यह 28,2386.61 अंक तक चला गया। अंत में यह 28.69 अंक या 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 28,423.48 अंक पर बंद हुआ.
पचास शेयरों वाला नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 11.55 अंक या 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8,774.65 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 8,813.25 से 8,759.95 अंक के दायरे में रहा। रिलायंस इंडस्टरीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिये कई घोषणाएं की जिसमें मुफ्त वॉयस कालिंग तथा डाटा के लिये सस्ती दर शामिल हैं. इससे दूरसंचार कंपनियों के शेयर दबाव में रहे.
सेंसेक्स के शेयरों में सबसे अधिक प्रभावित भारती एयरटेल हुई। कंपनी का शेयर 6.37 प्रतिशत घटकर 310.70 रपये पर पहुंच गया। आइडिया सेल्यूलर 10.48 प्रतिशत की गिरावट के साथ 83.70 पर आ गया जो बीएसई में 52 सप्ताह का न्यूनतम स्तर है.
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