प्रत्यक्ष कर संग्रह अप्रैल-अगस्त में 15 प्रतिशत बढकर 1.89 लाख करोड़ रुपये
नयी दिल्ली : प्रत्यक्ष कर संग्रह अप्रैल-अगस्त के दौरान व्यक्तिगत आयकर की जोरदार वसूली के बीच 15.03 प्रतिशत बढकर 1.89 लाख करोड़ रुपये हो गया. प्रत्यक्ष कर जिसमें आयकर और व्यक्तिगत आयकर शामिल होता है, का संग्रह अगस्त तक पहले पांच महीनों में पूरे वित्त वर्ष के लिए आकलित बजट अनुमान के मुकाबले 22.30 प्रतिशत […]
नयी दिल्ली : प्रत्यक्ष कर संग्रह अप्रैल-अगस्त के दौरान व्यक्तिगत आयकर की जोरदार वसूली के बीच 15.03 प्रतिशत बढकर 1.89 लाख करोड़ रुपये हो गया. प्रत्यक्ष कर जिसमें आयकर और व्यक्तिगत आयकर शामिल होता है, का संग्रह अगस्त तक पहले पांच महीनों में पूरे वित्त वर्ष के लिए आकलित बजट अनुमान के मुकाबले 22.30 प्रतिशत रहा. सीबीडीटी ने एक बयान में कहा, ‘अगस्त 2016 तक प्रत्यक्ष कर संग्रह के आंकडों से स्पष्ट है कि कुल राजस्व संग्रह 1.89 लाख करोड़ रुपये रहा जो पिछले साल की इसी अवधि के कुल संग्रह के मुकाबले 15.03 प्रतिशत से अधिक है.’
कार्पोरेट आयकर का कुल संग्रह 11.55 प्रतिशत रहा जबकि व्यक्तिगत आयक में 24.06 प्रतिशत वृद्धि हुई. बयान के मुताबिक, हालांकि, रिफंड के समायोजन के बाद कार्पोरेट आय कर वृद्धि संग्रह शून्य से 1.89 प्रतिशत नीचे रहा जबकि व्यक्तिगत आयकर संग्रह में 31.75 प्रतिशत वृद्धि रही. अप्रैल-अगस्त के दौरान 77,080 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया है जो पिछले साल की इसी अवधि में जारी रिफंड राशि के मुकाबले 22.18 प्रतिशत अधिक है.
सरकार को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान प्रत्यक्ष कर से 8.47 लाख करोड़ रुपये जबकि अप्रत्यक्ष कर से 7.79 लाख करोड़ रुपये का संग्रह होगा जिसमें सीमाशुल्क, उत्पाद शुल्क और सेवा शुल्क शामिल हैं.
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