मुंबई: लगभग महीने भर पहले दूरसंचार सेवाएं शुरू करने वाली कंपनी रिलायंस जियो को उम्मीद है कि ‘थोडे ही दिनों’ में उसके सिम पूरे देश में ग्राहकों को सामान्य तरीके से मिलने लगेंगे और इसके लिए कतार या प्रतीक्षा नहीं करनी होगी. सिम मांग सामान्य होने पर कंपनी 4जी स्मार्टफोन से ‘कोड जेनरेट’ करने की मौजूदा अनिवार्यता को भी समाप्त कर देगी. मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस जियो इन्फोकॉम ने पांच सितंबर से अपनी 4जी सेवाओं की शुरुआत की थी.तभी से जियो के सिम के लिए मारामारी है और भावी ग्राहकों को लंबी कतारों में लगना पड़ रहा है.
कंपनी का कहना है कि वह वास्तविक ग्राहकों को सिम उपलैाता सुनिश्चित करने के लिए अनेक कदम उठा रही है. उसने सिम एक्टिवेशन के लिए अत्यधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया है जिससे उसे उम्मीद है कि उसके सिम के लिए ग्राहकों की परेशानी दूर होगी.कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने स्वीकार किया कि जियो सिम को लेकर ग्राहकों का रूझान कंपनी की अपेक्षाओं से कहीं अच्छा रहा लेकिन कंपनी मांग को पूरा करने के लिए तैयार है. इस समय कंपनी हर दिन ‘बड़ी संख्या में’ सिम जारी कर रही है. दूरसंचार विभाग की बाध्यताओं के चलते वह एक सीमा से अधिक सिम जारी नहीं कर सकती.
अधिकारी ने हालांकि जारी किए जाने वाले सिम की संख्या नहीं बताई. उन्होंने कहा कि चूंकि इस साल के आखिर तक उसकी सारी सेवाएं मुफ्त हैं इसलिए सिम की मांग ज्यादा है. यह अवधि समाप्त होने यानी नये साल से रख थोडा बदलेगा और वास्तविक ग्राहक ही सामने आएंगे तो सिम की मांग युक्तिसंगत होगी. एक बार मांग सामान्य होने पर कंपनी 4जी स्मार्टफोन से ‘कोड जेनरेट’ करने की अनिवार्यता समाप्त कर देगी और यह सामान्य सिम की तरह मिलेगा.
उल्लेखनीय है कि कंपनी ने हाल ही में आनलाइन खुदरा कंपनी शापक्लूज से गठजोड़ किया है. इसके तहत इस पोर्टल के जरिए चुनींदा फोन खरीदने वालों को जियो की सिम मुफ्त मिलेगी. इसके अलावा इसका सिम रिलायंस डिजिटल, डिजिटल एक्सप्रेस व डिजिटल एक्सप्रेस मिनी स्टोर से नि:शुल्क लिया जा सकता है.
सोशल मीडिया में इस तरह की अफवाहें है कि जिस स्लाट में जियो सिम इस्तेमाल कर ली वह लॉक हो जाएगा और बाद में उसमें किसी और कंपनी का सिम काम नहीं करेगा. अधिकारी ने इन सारी अफवाहों को ‘बुनियाद, दुष्प्रचार व असत्य’ बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि तकनीकी रुप से ऐसी कोई स्थिति संभव नहीं है. कंपनी ने ‘कोड जेनरेट’ करने की बाध्यता भी इसी लिए लागू की है ताकि सिम केवल उन्हीं लोगों को मिले जिनके पास 4जी फोन है या एक ही फोन पर कई सिम नहीं ले लिए जाएं। कंपनी चार महीने की ‘वेलकम ऑफर अवधि’ में वायस व डेटा सहित अपनी सभी सेवाओं की नि:शुल्क पेशकश कर रही है.
कंपनी ने कम से कम समय में दस करोड़ ग्राहक बनाने का लक्ष्य रखा है. अधिकारी ने कहा कि कंपनी सिम एक्टिवेशन के लिए अत्यधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रही है.आधार कार्ड वाले ग्राहक को किसी तरह की फोटो या प्रति ले जाने की जरूरत नहीं है बल्कि कंपनी की मशीन अधार कार्ड के नंबर के आधार पर ही सारी जानकारी डेटा से लेकर फार्म खुद -ब- खुद भर देती है. यानी किसी तरह का फार्म भी नहीं भरना पड़ता. इस तरह से कुछ मिनटों में नया सिम एक्टिवेट हो जाता है. अधिकारी ने उम्मीद जताई कि इससे भी कंपनी कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा सिम जारी कर सकेगी
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