ब्रिक्स व्यापार मंत्रियों ने किया ई-वाणिज्य क्षेत्र में मजबूत सहयोग का आह्वान
नयी दिल्ली : ब्रिक्स के व्यापार मंत्रियों ने ई-वाणिज्य के क्षेत्र में सदस्य देशों के बीच और अधिक सहयोग का आज आह्वान किया तथा विश्व बाजार में उभरती अर्थव्यवस्थाओं की मजबूत भागीदारी के लिये व्यापार के मार्ग में गैर-शुल्क अड़चने दूर किए जाने पर बल दिया. ब्रिक्स व्यापार मंत्रियों ने व्यापार से जुडे बौद्धिक संपदा […]
नयी दिल्ली : ब्रिक्स के व्यापार मंत्रियों ने ई-वाणिज्य के क्षेत्र में सदस्य देशों के बीच और अधिक सहयोग का आज आह्वान किया तथा विश्व बाजार में उभरती अर्थव्यवस्थाओं की मजबूत भागीदारी के लिये व्यापार के मार्ग में गैर-शुल्क अड़चने दूर किए जाने पर बल दिया. ब्रिक्स व्यापार मंत्रियों ने व्यापार से जुडे बौद्धिक संपदा अधिकार के क्षेत्र में सहयोग बढाने की जरुरत पर भी बल दिया. पांच सदस्यीय ब्रिक्स समूह ने ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ने ब्रिक्स आईपीआर सहयोग प्रणाली (आईपीआरसीएम) गठित किया है. नेताओं ने आईपीआरसीएम को निर्धारित नियम एवं शर्तों पर काम शुरू करने का निर्देश दिया है और बेहतर तथा समन्वित तरीके से सहयोग बढाने के प्रयास में तेजी लाने को कहा है.
यहां ब्रिक्स व्यापार मंत्रियों की छठी बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है, ‘मंत्रियों ने ई-वाणिज्य के क्षेत्र में ब्रिक्स सदस्य देशों के बीच सहयोग मजबूत बनाने तथा बुनियादी ढांचा के मामले में क्षमता निर्माण बढाने एवं सहयोग बढाने की जरुरत पर बल दिया.’ गैर-शुल्क बाधाओं के बारे में मंत्रियों ने जोर देकर कहा कि वैश्विक व्यापार में विकासशील देशों की भागीदारी के रास्ते में बाधा बढी है. उन्होंने विश्व व्यापार में उभरती अर्थव्यवस्थाओं की मजबूत भागीदारी के लिये गैर-शुल्क बाधाओं को दूर करने का आह्वान किया.
व्यापार मंत्रियेां की बैठक में व्यापार एवं निवेश के मामले में सहयोग के क्षेत्रों के संदर्भ में ब्रिक्स आर्थिक परिदृश्य का आकलन किया गया. व्यापार मंत्रियों ने ब्रिक्स देशों के सतत विकास और संरचनात्मक रुपांतरण के लिये सहयोग बढाने तथा औद्योगीकरण को बढावा देने एवं मूल्य वर्द्धन के लिये नीतिगत गुंजाइश के संरक्षण के महत्व को भी स्वीकार किया. संयुक्त बयान के अनुसार, ‘मंत्रियों ने सीजीईटीआई (आर्थिक एवं व्यापार मुद्दों पर ब्रिक्स संपर्क समूह), ब्रिक्स व्यापार परिषद तथा नव विकास बैंक के बीच सहयोग बढाने पर पर सहमति जतायी जो ब्रिक्स आर्थिक सहयोग को नयी ऊंचाई पर ले जाने के मामले में काफी उपयोगी है.’
मंत्रियों ने निर्यात आधारित वृद्धि और रोजगार सृजन के लिये एमएसएमई की भूमिका को भी स्वीकार किया. ब्रिक्स क्षेत्र में एमएसएमई के बीच मजबूत व्यापार गतिविधियां सुनिश्चित करने के लिये मंत्रियों ने व्यापार एवं निवेश के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में एमएसएमई के बीच सहयोग बढाने के महत्व को रेखांकित किया.
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