मुंबई : टाटा संस के चेयरमैन पद से बेदखल किये जाने के बाद इस मामले में कानूनी कदम उठाने की अटकलों व अफवाह के बीच साइरस मिस्त्री की ओर से उनके कार्यालय ने एक बार फिर कहा है कि उन्होंने कोई केविएट फाइल नहीं की है. आजदोपहर बाद यह खबर आयी कि साइरस मिस्त्री ने राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण में रतन टाटा, टाटा समूह और टाटा ट्रस्ट के खिलाफ चार कैविएट दाखिल किये हैं. समाचार एजेंसी पीटीआइ ने यह खबर दी थी,जिसकासारइस मिस्त्री के कार्यालय ने बाद में खंडनकरदिया.साइरस मिस्त्री के कार्यालय ने कहा कि टाटा समूह ने कानूनी कार्रवाई के डर से केविएट फाइल की है.
#Tatas file caveat in SC, Bombay HC & #NCLT to prevent #CyrusMistry from getting ex-parte order against his sacking.
— Press Trust of India (@PTI_News) October 25, 2016
मालूम हो कि टाटा संस की बोर्ड बैठक सेसाइरसमिस्त्री को हटाये जाने के कुछ घंटे बाद ही यह खबर मीडिया में आयी कि साइरस मिस्त्री की ओर से इस फैसले को चुनौती दी जा सकती है,उस समयभी उनकी ओर से इसकाखंडन किया गया था. साइरस का चेयरमैन का कार्यकाल चार साल से भी कम समय तक रहा.
पीटीआइ का पूर्व का ट्वीट
https://twitter.com/PTI_News/status/790865584229457920
कल पदभार संभालने के साथ रतन टाटा ने जहां अपने सहयाेगियों को पत्र लिखा था, वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिख कर समूह में शीर्ष स्तर पर किये गये बदलाव की जानकारी दी थी.
उधर, टाटा संस के अंतरिम चेयरमैन नियुक्त किये गये रतन टाटा ने आज समूह की विभिन्न कंपनियों के सीइओ के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने कहा कि वे नेतृत्व में शीर्ष स्तर पर हुए बदलाव की चिंता छोड़कर अपने कामकाज पर ध्यान केंद्रित करें और कंपनी के शेयर होल्डर की आय बढ़ाने पर काम करें. उन्होंने कहा कि स्थिरता व निरंतरता के लिए उन्होंने कम समय के लिए अंतरिम चेयरमैन का पद संभाला है, ताकि रिक्तता नहीं रहे.
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