धनतेरस पर सोने, चांदी का बाजार गुलजार, बिक्री 25 प्रतिशत बढी
नयी दिल्ली : पिछले छह महीनों में सोने की मांग मंद रहने के बाद आज धनतेरस के दिन आभूषण और सिक्कों का बाजार गुलजार रहा। अच्छे मानसून और सही दामों के चलते सोने और चांदी की मांग में 25 प्रतिशत का इजाफा देखा गया है. उत्तर और पश्चिमी भारत में धनतेरस को सोने-चांदी और अन्य […]
नयी दिल्ली : पिछले छह महीनों में सोने की मांग मंद रहने के बाद आज धनतेरस के दिन आभूषण और सिक्कों का बाजार गुलजार रहा। अच्छे मानसून और सही दामों के चलते सोने और चांदी की मांग में 25 प्रतिशत का इजाफा देखा गया है. उत्तर और पश्चिमी भारत में धनतेरस को सोने-चांदी और अन्य मूल्यवान वस्तुओं की खरीद के लिए एक शुभ दिन माना जाता है.
आभूषण निर्माता और एमएमटीसी-पीएएमपी इंडिया के अनुसार सोने की कीमतों के अनुकूल स्तर पर रहने और अच्छे मानसून की वजह से उसकी मांग बढी है. एमएमटीसी-पीएएमपी इंडिया के अध्यक्ष (विपणन) विपिन रैना ने कहा, ‘‘कीमतों के उचित स्तर पर बने रहने के चलते सोने और चांदी के सिक्कों की बहुत मांग है और इस बार उसके बिस्कुटों की भी खूब मांग है.
लोग निवेश के तौर पर इन्हें खरीद रहे हैं. पिछले साल की तुलना में इसकी बिक्री में 15-20 प्रतिशत इजाफा होने की उम्मीद है.’ उन्होंने कहा कि शाम तक इसकी बिक्री और बढने की उम्मीद है क्योंकि बडे शहरों में कार्यालय जाने वाले खरीदारी के लिए शाम को निकलेंगे. राजधानी दिल्ली में सोने के दाम 30,590 रपये प्रति दस ग्राम हैं जो पिछले साल धनतेरस के दिन रहे 26,230 रपये प्रति दस ग्राम से 16.6 प्रतिशत अधिक हैं. इसी प्रकार चांदी के दाम इस बार 42,700 रुपये प्रति किलोग्राम रहे जो पिछले साल इसी दिन 35,410 रपये प्रति किलोग्राम थे.
कल्याण ज्वैलर्स के कार्यकारी निदेशक रमेश कल्याणरमण ने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल आभूषणों की एडवांस में बुकिंग 20 से 25 प्रतिशत बढी है. पीसी ज्वैलर्स के प्रबंध निदेशक बलराम गर्ग ने कहा कि हमें इस साल मात्रा में 20 प्रतिशत और मूल्य के आधार पर 30 प्रतिशत अधिक बिक्री होने की उम्मीद है.
विश्व स्वर्ण परिषद प्रबंध निदेशक सोमसुंदरम पी. आर. ने कहा कि पहली छमाही में कठिन दौर के बाद धनतेरस के दिन सोने को लेकर उम्मीद बेहतर दिख रही है. अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण व्यापार परिसंघ के पूर्व चेयरमैन मनीष जैन ने कहा कि देश के अधिकतर हिस्सों में खरीदारी अच्छी है. दिन के अंत तक बिक्री में 20-25 प्रतिशत वृद्धि होने की उम्मीद है.
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