पुराने 500-1000 के नोटों को बदलने के लिए बिहार-झारखंड में अफरा-तफरी का माहौल, पेट्रोल पंप पर मारपीट
रांची/पटना : 500 और 1000 के नोटों के बंद किये जाने के सरकार के फैसले के बाद आज से बैंकों ने पुराने नोट बदलने शुरू कर दिये हैं. लेकिन सरकार के इस फैसले से बिहार-झारखंड में आम लोगों की काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. झारखंड और बिहार के करीब सभी बैंकों में […]
रांची/पटना : 500 और 1000 के नोटों के बंद किये जाने के सरकार के फैसले के बाद आज से बैंकों ने पुराने नोट बदलने शुरू कर दिये हैं. लेकिन सरकार के इस फैसले से बिहार-झारखंड में आम लोगों की काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. झारखंड और बिहार के करीब सभी बैंकों में अफरा-तफरी का माहौल है. काफी भीड़ देखने को मिल रही है. कल ही नरेंद्र मोदी के इस ऐतिहासिक फैसले को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समर्थन मिला था. इस बीच झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी इसे केंद्र सरकार का सराहनीय प्रयास बताया थाऔर इस फैसले के बाद उत्पन्न चुनौतियों से निबटने के लिए अफसरों के साथ बैठक भी की थी.दोनों राज्यों की सरकारों ने अपने यहां नोट बदलने को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं.
बिहार में डीएम और एसपी इस मामले पर नजर बनाये हुए हैं, जबकि झारखंड में डीसी व एसपी पूरे हालात को नियंत्रित कर रहे हैं.भारी संख्या में जवानों को भी व्यवस्था संभाले रखने का जिम्मा सौंपा गया है. झारखंड में डीसी और एसपी बैंकों का निरीक्षण कर रहे हैं. मेदिनीनगर में एसबीआई की मुख्य शाखा में लोगों की काफी भीड़ देखने को मिल रही है. राजधानी रांची में एसबीआई के सभी ब्रांच में अफरा-तफरी है. बैंकों में नये नोट नहीं पहुंचे हैं. सरकार ने कुछ अधिकारियों को बैंक का निरीक्षण करने के लिए भेजा है. बैंकों में लोगों की लंबी कतार है. लोग सुबह से ही बैंकों के बाहर से जुटने लगे थे.
रांची के कोकर, कचहरी चौक, हरमू, अरगोड़ा, हीनू, धुर्वा आदि जगहों पर लोगों की लंबी कतारें देखने को मिल रही है. वहीं राज्यभर में लोग परेशान दिख रहे हैं. कोडरमा में बैंक के बाहर लंबी कतार लगी है. मेला जैसा दृश्य उत्पन्न हो गया है. बैंक का कहना है बड़े नोट नहीं पहुंच पाये है. लोगों को सौ-सौ के नोट दिये जा रहे हैं. धनबाद में शांतिव्यवस्था बनाये रखने के लिए प्रशासन को काफीमशक्कत करनी पड़ रही है. एसबीआई सहित अन्य बैंकों में भी लोगों की लंबी कतार है. कुछ जगहों पर बैंक कर्मी और आम लोगों के बीच बहस भी हुई है. लोगों का आरोप है किबैंककर्मीआधार का डाउनलोड कॉपी स्वीकार नहीं कर रहे हैं.
बिहार का हाल
पटना में भीलोग नोट बदलते नजर आये.कई जगह लोगों को निराशा हाथ लगी. पटना के सबसे बड़े डाक घर जीपीओ में काउंटर साढ़े ग्यारह बजे तक बंद रहे. वहीं कई बैंकों के अलावा डाकघरों ने रिजर्व बैंक से कैश ना आने की बात कहकर नये नोट देने से इनकार कर दिया. पटना के मुख्य डाक घर में कहा गया कि अभी तक आरबीआई से पैसा नहीं आया है इसलिए नहीं दिया जा रहा है. डाकघर के इस जवाब से सैकड़ों उपभोक्ता परेशान दिखे. डाक घर कर्मियों का कहना है कि जब तक पैसे नहीं आ जाते तब तक बदलना संभव नहीं है.
पटना के अलावा बिहार के अन्य जिलों में 500 और 1000 के नोटों को बदलने के लिए बैंकों में लोगों की लंबी लाइन देखी गयी. सुबह से ही लोग कतार में खड़े होकर अपने पैसे बदलने का इंतजार कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर एसबीआइ, बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक और आइसीआइसीआइ बैंक में लोगों की भीड़ देखी गयी. सूबे के औरंगाबाद, बक्सर, जमुई, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और हाजीपुर के बैंकों में भी लंबी लाइन देखने को मिल रही है.
लोगों के मुताबिक कई बैंक हजार रुपये से ज्यादा एक्सचेंज नहीं कर पा रहे हैं. कई बैंकों ने कैश नहीं रहने की बात कह कर ग्राहकों को टाल दिया है. हालांकि बैंकों के शनिवार और रविवार खुलने की बात से ग्राहकों ने थोड़ी राहत की सांस ली है. औरंगाबाद में अभी तक दो हजार और पांच सौ के नये नोट नहीं आये हैं. इसलिए ग्राहकों को 100, 50, 20 और 10 के नोट दिये जा रहे हैं. बैंक कर्मचारियों और आम लोगों में कहीं-कहीं से कहासुनी की खबरें भी आ रही हैं.
बाढ़ में बैंक से सिर्फ 10 रुपये के सिक्केमिलने कीखबरें आ रही हैं. बिहार में 500 के नोट को लेकर कुछ जगहों से झड़प व मारपीट की भी खबरें आ रही हैं. जैसे, वैशाली के महुआ में पेट्रोल पंप पर 500 रुपये के नोट को लेकर मारपीट हो गयी, जिसमें एक घायल हो गया. इसी तरह आरा में गांगी पेट्रोल पंप पर 1000 रुपये का नोट नहीं लेने पर पेट्रोल पंप कर्मी व व्यक्ति के बीच मारपीट हो गयी.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.