नोट बदलने के लिए लंबी कतारें, एटीएम कल से फिर खुलेंगे

नयी दिल्ली: 500 और 1,000 रुपये के मौजूदा नोटों का चलन बंद होने के एक दिन बाद आज जब बैंक फिर खुले. देश भर में दिन भर बैंकों व डाकघरों में नोट बदलवाने आए लोगों की लंबी लंबी कतारें लगी रहीं. अनेक बैंकों नकदी खत्म होने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी. बैंक खुलने से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2016 9:55 PM

नयी दिल्ली: 500 और 1,000 रुपये के मौजूदा नोटों का चलन बंद होने के एक दिन बाद आज जब बैंक फिर खुले. देश भर में दिन भर बैंकों व डाकघरों में नोट बदलवाने आए लोगों की लंबी लंबी कतारें लगी रहीं. अनेक बैंकों नकदी खत्म होने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी. बैंक खुलने से पहले ही बाहर लोगों की कतारें लग गयी. सरकार ने कल सभी बैंकों को बंद रखने की घोषणा की थी ताकि उनमें नकदी को बदला जा सके और 500 व 2000 रुपये के नये नोट उपलब्ध कराए जा सकें. लोगों को पुराने नोटों के बदले फिलहाल अधिकतम 4000 रुपये दिए आ रहे हैं.

हालांकि राष्ट्रीय राजधानी नयी दिल्ली में 500 रुपये का नया नोट वितरित नहीं किया गया.हालांकि गहरे नीले (मजेंटा) रंग वाले 2000 रुपयेके नोट जिसे भी मिले वह फूला नहीं समा रहा था और अनेक लोगों ने सोशल मीडिया पर फोटो शेयर कीं. नोटों की अदला बदली की सुविधा डाकघरों व रिजर्व बैंक की विभिन्न शाखाओं में भी उपलब्ध है. भारी मांग के चलते अनेक बैंक शाखओं ने भंडार यानी चेस्ट से और नोट मंगवाए. जिन शाखाओं को और नोट नहीं मिले उन्होंने लोगों को खाली हाथ लौटा दिया.कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए देश भर में 1.3 लाख शाखाओं पर सुरक्षाकर्मी नियुक्त किए गए थे.देश भर में एटीएम दो दिन की बंदी के बाद कल खुल रहे हैं जिससे बैंकों में भीड कम होने की उम्मीद है.

एसबीआई ने कहा है कि एटीएम मशीनों की संख्या बहुत अधिक है जबकि उसके लिए तकनीकी सेवाएं मुहैया कराने वाली इकाइयां कुछ ही हैं. बैंक की चेयरमैन अरंधती भट्टाचार्य ने आज यहां कहा कि एटीएम मशीनों को तकनकी हिसाब से काम के लिए पुनर्समयोजित करने में समय लगता है. उन्होंने कहा, ‘ :एटीएम के: री-कन्फीगरेशन (यानी पुनर्ससमायोजन ) में समय लगता है क्यों कि हमें इसे एक एक करके करना पडता है जैसा कि हम पहले भी कर चुके हैं. दस दिन में स्थिति सामान्य हो जानी चाहिए.

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ‘भीड़ हमारी अपेक्षा के अनुसार ही रही’ तथा नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बैंक हालात से निपट रहे हैं और घबराने की कोई जरुरत नहीं है. उन्होंने कहा,‘ आपके पास धन बदलवाने के लिए लंबा समय है. अपना धन बैंक में जमा करवाइए और इसे चेक, डेबिट कार्ड के जरिए निकलवा लीजिए.मुझे लगता है कि बैंक हालात से निपट लेंगे. ‘ आईसीआईसीआई बैंक के एक अधिकारी ने कहा कि देश भर में उसकी शाखाओं में परिचालन सामान्य रहा ओर कुछ एटीएम आज रात से ही परिचालन में आ सकते हैं.हालांकि कुछ ग्राहकों ने बैंकों से निकासी पर सीमा को लेकर शिकायत की और उनका कहना था कि सरकार को फैसला लागू करने से पहले कम से कम एटीएम में तो नई राशि भर देनी चाहिए थी. बैंकों से प्रति व्यक्ति अधिकतम 4,000 रुपये तक ही नये नोट दिये जा रहे हैं. इसके साथ ही लोगों को अपना वैध पहचान पत्र भी दिखाने को कहा जा रहा है.

इस राशि से अधिक पुराने नोट देने पर उन्हें केवल खाते में जमा किया जा रहा है. बैंकों ने ग्राहकों के लिये उनके बैंक खाते से चेक अथवा निकासी पर्ची के जरिये एक दिन में अधिकतम 10,000 रुपये देने के लिये अलग काउंटर लगाये हैं. इसके तहत सप्ताह में अधिकतम 20,000 रुपये तक निकासी की जा सकती है. बैकों ने कहा है कि कल से जैसे ही एटीएम सामान्य ढंग से काम करने लगेंगे उनसे निकासी की मौजूदा 2,000 रुपये की सीमा को 19 नवंबर से बढाकर 4,000 रुपये कर दिया जायेगा. बैंक शनिवार और रविवार को भी खुले रहेंगे साथ ही देर शाम तक नोट बदलने का काम करेंगे.इस बीच नकदी निकासी की स्वचालित सुविधा वाली एटीएम मशीनों के कल से फिर चालू होने की सरकार की घोषणा के बावजूद देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने आज कहा कि एटीएम सेवाओं के सामान्य होने में अभी दस दिन लग जाएंगे.

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