बड़े नोटों पर पाबंदी अच्छा कदम, लेकिन चुनौतियां बरकरार : फिलिपकार्ट
बेंगलुरु : ई-वाणिज्य कंपनी फिलिपकार्ट नेबुधवार को कहा कि 500 और 1000 रुपये के नोट पर प्रतिबंध के पीछे केंद्र का इरादा ‘काफी नेक’ है लेकिन इसके क्रियान्वयन को लेकर चुनौतियां बनी हुई हैं. फिलिपकार्ट के कार्यकारी चेयरमैन सचिन बंसल ने बड़े नोटों पर पाबंदी के सवाल के जवाब में कहा, ‘‘सबसे पहले, हमें इसकी […]
बेंगलुरु : ई-वाणिज्य कंपनी फिलिपकार्ट नेबुधवार को कहा कि 500 और 1000 रुपये के नोट पर प्रतिबंध के पीछे केंद्र का इरादा ‘काफी नेक’ है लेकिन इसके क्रियान्वयन को लेकर चुनौतियां बनी हुई हैं. फिलिपकार्ट के कार्यकारी चेयरमैन सचिन बंसल ने बड़े नोटों पर पाबंदी के सवाल के जवाब में कहा, ‘‘सबसे पहले, हमें इसकी सराहना करनी चाहिए. इसके पीछे विचार बहुत बढ़िया है, सोच बहुत अच्छी है और इरादा नेक है और हमें भविष्य में ऐसी चीजें देखने को मिल सकती हैं.”
उन्होंने दावा किया कि यह कालाधन में कमी लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बनने जा रहा है. यहां ग्लोबल मोबाइल इंटरनेट कांफ्रेन्स के एक सत्र में बंसल ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि यह अकेला कदम है और भी पहल की जाएगी. जमीन जायदाद के क्षेत्र में कालाधन मौजूद है. साथ ही राजनीतिक चंदा तथा इसके जैसी कई चीजें हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि विचार को क्रियान्वित करने के रास्ते में चुनौतियां हैं.
बंसल ने कहा कि घोषणा के समय से कुछ समस्याएं थी जिस पर गौर नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में कुछ जमीनी शोध किया जाना चाहिए था और योजना के स्तर पर विशेषज्ञों की सेवा ली जानी चाहिए थी.
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