आम लोगों को राहत, जानिए सरकार ने क्या-क्‍या घोषणाएं की

नयी दिल्ली : नोटबंदी के बाद से सरकार एटीएम और बैंकों में लगी लंबी लाइन को कम करने और आम नागरिकों को राहत देने के लिए कई कदम उठा रही है. किसानों के लिए बुवाई का समय है तो शादी के सीजन के कारण कई लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 17, 2016 4:39 PM

नयी दिल्ली : नोटबंदी के बाद से सरकार एटीएम और बैंकों में लगी लंबी लाइन को कम करने और आम नागरिकों को राहत देने के लिए कई कदम उठा रही है. किसानों के लिए बुवाई का समय है तो शादी के सीजन के कारण कई लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एक तरफ सरकार लोगों को राहत देने की कोशिश कर रही है तो दूसरी तरफ बैंक की लंबी लाइन को कम करने के लिए जमा की जाने वाली राशि को लेकर भी नियम सख्त कर दिये हैं. पढ़िये आज सरकार की घोषणाओं में आपके लिए कितनी राहत की खबर है.

निकासी की सीमा बढ़ायी, नोट बदलने की सीमा घटा दी
रबी की बुवाई और शादियों के मौसम के बीच में 1000 और 500 रपये के पुराने नोटों को बंद किए जाने से हो रही दिक्कतों को देखते हुए सरकार ने नकदी निकासी सीमा को बढा दिया है. हालांकि, दूसरी तरफ पुराने नोटों को बैंक काउंटर से बदलने की सीमा को घटा दिया गया है.
किसान और छोटे व्यापारियों पर विशेष नजर
सरकार ने किसानों और छोटे व्यापारियों के लिए हफ्ते में 50,000 रपये तक की बैंक खातों से नकदी निकासी और शादियों वाले घरों के लिए एक खाते से ढाई लाख रुपये तक की नकदी निकासी की अनुमति दी है. इसके अलावा बैंक काउंटर से पुराने नोट बदलने की सीमा को कल से 4,500 रुपये से घटाकर 2,000 रुपये किया गया है. आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने यहां पत्रकारों से कहा कि जिन परिवारों में शादियां हैं वहां पैन कार्ड और स्वघोषणा पत्र देकर बैंक खाते से ढाई लाख रपये तक की निकासी की जा सकती है.
30 दिसंबर तक एक व्यक्ति एक ही बार बदल सकेगा नोट
व्यक्तिगत तौर पर बैंकों में पुराने नोट के बदले नए नोट लेने की सीमा को 4,500 रुपये से घटाकर 2,000 रुपये किया गया है. यह व्यवस्था कल से लागू होगी और ‘30 दिसंबर तक एक व्यक्ति एक बार’ ही नोट बदल सकेगा. इसके अलावा खेती किसानी के क्षेत्र में नकदी की समस्या को देखते हुए सरकार ने आज किसानों और छोटे व्यापारियों को बैंकों से नकदी निकालने में राहत दी है. किसान और छोटे व्यापारी अब बैंकों से सप्ताह में 50,000 रुपये तक की नकदी निकाल सकेंगे.
किसान हर सप्ताह निकाल सकेंगे 25,000 रुपये
सरकार ने किसानों को उनके बैंक खाते में पहुंचे फसली ऋण से हर सप्ताह 25,000 रुपये तक निकालने की अनुमति देने का फैसला किया है. यह सीमा किसान क्रेडिट कार्ड पर भी लागू होगी. इसके अलावा यदि किसानों को चेक अथवा आरटीजीएसी के जरिये उनके बैंक खाते में भुगतान मिलता है तो वह प्रति सप्ताह 25,000 रुपये तक की अतिरिक्त राशि निकाल सकेंगे. दास ने कहा कि ये खाते संबंधित किसान के नाम पर होने चाहिये और सभी खाते ‘अपने ग्राहक को जानो’ यानी केवाईसी नियमों के अनुरूप होने चाहिये.
नोट बदलने वालों के उंगली पर निशान
बड़े शहरों की कुछ बैंक शाखाओं ने उन लोगों के दाहिने हाथ की तर्जनी उंगली पर ना मिटने वाली स्याही लगानी शुरू कर दी है जो अपने नोट बदल रहे हैं. दास ने कहा, ‘‘इससे (नकदी बदलने की सीमा घटाने) बडी संख्या में लोग नोट बदल सकेंगे. नकदी की कोई कमी नहीं है और पर्याप्त मात्रा में नकदी उपलब्ध है.’ नोटबंदी की घोषणा से अब तक प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री को कई प्रतिनिधियों से शादी इत्यादि के लिए नकदी निकासी के नियमों को आसान बनाने की मनुहार की गई है.
घर में शादी है तो माता-पिता को विशेष राहत
दास ने कहा कि इसलिए शादियों के लिए नकदी निकासी सीमा को आसान बनाया गया है, जिस बैंक खाते से उन्हें नकदी का आहरण करना है उसकी केवाईसी (अपने ग्राहक को पहचानो) नियमों की प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ढाई लाख रुपये केवल एक खाते से निकाले जा सकते हैं. यह निकासी दूल्हा, दुल्हन या उनके माता-पिता के खातों से की जा सकती है.
फसल बीमा के भुगतान का समय 15 दिन के लिए बढ़ा
सरकार ने किसानों को फसल बीमा प्रीमियम का भुगतान करने की समय सीमा को 15 दिन बढा दिया है. कृषि उत्पादन विपणन समिति (एपीएमसी) पंजीकृत व्यापारी अब सप्ताह में 50,000 रुपये तक की निकासी कर सकेंगे. इसी तरह कृषि उत्पादन विपणन समिति (एपीएमसी) में पंजीकृत व्यापारियों को कर्मचारियों के वेतन भुगतान और दूसरे खर्चों को पूरा करने के लिए 50,000 रुपये प्रति सप्ताह तक निकासी की अनुमति होगी. दास ने कहा कि इससे खरीदारी की प्रक्रिया आसानी से पूरी होगी और किसान बिना किसी परेशानी के अपने उत्पाद बेच सकेंगे.

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